इस दाल को क्यों माना जाता है नॉनवेज? जिसे खाने से परहेज करते हैं ब्राह्मण और जैन

Zee News Desk
Dec 02, 2024

बहुत सारे लोगों को नहीं पता कि एक ऐसी दाल है जिसे नॉनवेज माना जाता है.

इस कारण से इसे साधु-संत ना ही इसे खाते हैं और ना इस दाल के दान को स्वीकार करते हैं.

कोई भी साधु तामसिक गुण वाली चीजों का परहेज करते हैं इसलिए वो इस दाल का सेवन नहीं करते.

यह दाल मसूर की है जिसे हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग नॉनवेज मानते हैं.

समुद्र मंथन के दौरान अमृत बांटते समय स्वर्भानु नाम के एक असुर ने देवताओं का वेश बनाकर अमृत पी लिया था.

भगवान विष्णु ने तुरंत ही अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर काट दिया लेकिन वह मरा नहीं.

उसके सिर को राहु और धड़ को केतु के नाम से जाना जाता है.

ऐसा माना जाता है कि मसूर की उत्पत्ति उसी असुर के खून की बूंदों से हुई थी.

इसी कारण से वैष्णव संत, ब्राह्मण और जैन समाज के लोग इस दाल का सेवन नहीं करते हैं.

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