प्यार करने वालों को यूं ही नहीं कहा जाता 'दो हंसों का जोड़ा' , इसके पीछे है खास वजह

Zee News Desk
Sep 09, 2024

आपने कभी सोचा है कि आखिर दो हंसों का जोड़ा प्रेमियों और विवाहितों को क्यों कहा जाता है.

प्रेम का प्रतीक

हंसों के जोड़े के बीच बेहद प्रेम और लगाव होता है. और वे आजीवन एक-दूसरे के साथ रहते हैं.

प्रेमियों को क्यों कहते हैं 'दो हंसों का जोड़ा'?

आपने अक्सर किसी ना किसी को पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के लिए 'दो हंसों का जोड़ा' कहकर मजाक उड़ाते सुना होगा.

हंस बेहद वफादार होता है. अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम को इसके एक उदाहरण के तौर पर देख सकते हैं.

यही वजह है कि जिन लोगों के बीच बहुत गहरा प्रेम होता है, तब लोग हंस के जोड़ों कह कर बुलाते लगते हैं.

हिंदू धर्म

हंस का हिंदू धर्म में भी खास महत्व है. यह ज्ञान की देवी मां सरस्वती का वाहन माना गया है.

इसके साथ ही हंस के सफेद रंग को पवित्रता और निश्छलता का भी प्रतीक माना जाता है.

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