जंग जीतने के बाद दुश्मन राजा की महिलाओं के साथ क्या करते थे मुगल? जानकर आ जाएगी शर्म

Vinay Trivedi
Jul 30, 2023

मुगलों की क्रूरता

मुगलों की क्रूरता के कई किस्से मशहूर हैं. जंग में भयानक कत्ल-ए-आम और फिर युद्ध जीतने के बाद दुश्मन राज्य को अपने साथ आने के लिए मजबूर करते थे.

दुश्मनों के साथ क्या करते थे मुगल?

मुगलों ने भारत में कई जंगें लड़ीं और जीतीं, जिसके बाद उन्होंने दुश्मन राज्य को अपने में मिला लिया. ऐसा करते-करते मुगलों ने दिल्ली से लेकर डेक्कन तक अपना साम्राज्य फैला लिया था.

महिलाओं का करते थे ये हाल

बताया जाता है कि जंग हराने के बाद मुगल, दुश्मन राजा की महिलाओं को अपने हरम में शामिल कर लेते थे. उन्हें दासी तक बना दिया जाता था.

इसलिए करते थे मजबूर

हारे हुए राजा की महिलाओं को मुगल हरम में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता था. महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती थी.

बचने के लिए ये करती थीं महिलाएं

बता दें कि मुगलों के इसी से सितम बचने के लिए राजपूती महिलाओं ने कई बार जौहर किया. उन्होंने अपनी पवित्रता बनाए रखने के लिए आत्मदाह कर लिया.

अकबर के काल में हुआ जौहर

जान लें कि 1567 ईस्वी में जब मुगल बादशाह अकबर ने चित्तौड़गढ़ के किले पर हमला किया था, उस समय भी मुगलों से बचने के लिए राजपूत महिलाओं ने जौहर कर लिया था.

इस जौहर की होती है सबसे ज्यादा चर्चा

मुगलों के पहले भी कई बार जौहर किया गया. इसमें सबसे ज्यादा जिक्र रानी पद्मिनी के जौहर का होता है. अलाउद्दीन खिलजी के हमले में बाद रानी पद्मिनी ने तमाम राजपूती महिलाओं के साथ जौहर कर लिया था.

हरम में कैसी थी महिलाओं की स्थिति?

बताया जाता है कि मुगल हरम में दुश्मन की महिलाओं की बुरी स्थिति होती थी. कई को अपना पूरा जीवन किसी दासी जैसा बिताना पड़ता था.

मुगलों के हाथों में पड़ना था मुसीबत

इसी यातना से बचने के लिए मुगलों के हाथों में पड़ने से पहले ही हारे हुए राज्य की महिलाएं मौत को गले लगाना ज्यादा पसंद करती थीं.

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