घाघरा चोली पहनता था ये बादशाह, हरकतें जान कर सिर पीट लेंगे आप

Zee News Desk
Jun 15, 2024

यूं बाबर से लेकर बहादुर शाह जफर तक एक से बढ़कर मुगल बादशाह हुए है. लेकिन अब जिस बादशाह के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. वो इतिहास में गलत वजहों से मशहूर रहा है. वो ऐसा बादशाह था जो मनमौजी मिजाज का था और मस्तमौला जिंदगी जीता था.

1707 में जब औरंगजेब की मौत हुई तब मुहम्मद शाह रंगीला बादशाह बना. मुहम्मद शाह रंगीला 1719 से 1748 तक शासक रहा. इस बीच उसने कई ऐसी अजीबोगरीब हरकतें की जिसके लिए वो इतिहास में गलत वजहों से मशहूर हो गया. हालांकि, उसके उन कारनामों का बहादुरी से दूर दूर तक नाता नहीं है.

मुहम्मद शाह का मिजाज अपने परदादा औरंगजेब से जुदा था. मुहम्मद शाह को संगीत और कला को बढ़ावा देने के साथ शराब और अफीम का नशा करने के लिए भी जाना गया.

मुगल इतिहास को समझने वालों और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रंगीला बादशाह को जंग लड़ने से ज्यादा शौक मुर्गे लड़ाने का था. वो दिन-रात नशे में डूबा रहता था. उसे देश-दुनिया में क्या चल रहा है, इसकी जरा भी परवाह नहीं थी.

यही बादशाह अपने अजब-गजब शौक के तहत घाघरा चोली पहनकर दरबार चला जाता था. उस दौर के हालात को उस दौर के दरबारी रहे कुली खान ने अपनी किताब मरकए दिल्ली में कुछ इस तरह बयां किया- 'दिल्ली के लोग उस समय बड़ी सुकीन की जिंदगी जी रहे थे. कौन क्या कर रहा है, उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था.'

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 'रंगीला' के राज में ही उसके नामर्द होने की अफवाह फैली. उस अफवाह को गलत साबित करने के लिए मुहम्मद शाह रंगीला ने एक पेंटिंग बनवाई थी, जिसमें उसे दासी के साथ संबंध बनाते हुए दिखाया गया था.

मुहम्मद शाह रंगीला जब बीमार पड़ा. तब एक रात ऐसी भी आई जब पूरी रात बादशाह बेहोश रहा. 46 साल के इस बादशाह रंगीला ने 26 अप्रैल 1748 को दम तोड़ दिया. उसे दिल्ली में दफ्न कर दिया गया.

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