कुछ समय पहले एक मशहूर कथा वाचिका और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने अपने प्रवचन में मोर-मोरनी का उदाहरण देते हुए नई बहस छेड़ दी थी.
इस खबर में हम उस दावे की पड़ताल करेंगे उस सोशल मीडिया सेलिब्रेटी जिसके फेसबुक पर करीब एक करोड़ फॉलोवर्स हैं उन्होंने कहा था- 'मोरनी, मोर के आंसुओं को पीकर गर्भवती होती है.'
आपको क्या लगता है उनके उस दावे में कितनी सच्चाई है?
जया किशोरी ने कथावाचन के दौरान दावा किया था कि मोरनी और मोर कभी शारीरिक संभोग नहीं करते हैं. मोरनी मोर के आंसुओं को पीकर गर्भवती होती है. उनके इस दावे पर सोशल मीडिया में लोगों ने अपनी-अपनी सोच के हिसाब से अलग अलग राय रखी थी.
जया किशोरी ने ये कहा था कि मोर और मोरनी कभी भी शारीरिक संभोग नहीं करते हैं. उन्होंने आगे कहा, 'ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि फिर मोरनी के संतान कैसे होते हैं? इसी सभा में उन्होंने आगे कहा था कि मोरनी मोर के आंसुओं को पीकर गर्भ धारण करती है. यही वजह है कि भगवान श्रीकृष्ण मोर पंख लगाते हैं.'
जीवविज्ञानियों की नजर से देखें तो उनके इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है. मोर-मोरनी संबंध स्थापित करते हैं, जिसके बाद मोरनी गर्भ धारण करती है. वाइल्ड लाइफ जर्नल्स में भी दावा किया गया है कि दोनों को संबंध बनाने में बस 15 सेकेंड तक का वक्त लगता है. इस दौरान मोर मोरनी में स्पर्म ट्रांसफर करता है, और मोरनी गर्भवती हो जाती है.