भारत में इस जगह दुकानों में नहीं होते दुकानदार, दिमाग घुमा देगा ये सिस्टम

Rachit Kumar
Sep 08, 2023

जरा सोचिए आप किसी दुकान में गए, जहां बिना दुकानदार के ही आपने सामान लिया. पैसे दिए और बिना वापस आ गए. चौंक गए ना. लेकिन यह सच है.

भारत में ये कॉन्सेप्ट मिजोरम राज्य में है. इसको Nghah Lou Dawr कहते हैं. यहां दुकानों से लोग पैसे देकर सामान लेकर चले जाते हैं, वो भी बिना किसी दुकानदार के.

भारत का मिजोरम राज्य बेहद खूबसूरत है. यहां नीले पर्वत, नदियां और दिल मोह लेने वाले झरने हैं. जंगलों की हरियाली तो जैसे मंत्रमुग्ध कर देती है.

Nghah Lou Dawr मिजोरम के समाज की एक शानदार खासियत है. मिजोरम की राजधानी आइजोल से लगभग 65 किमी दूर, सेलिंग में हाईवे के किनारे स्थित ये छोटी दुकानें बेहद खास हैं.

हर सुबह Nghah Lou Dawr दुकान के मालिक फल, सब्जियां, फ्रूट जूस की बोतलें, फिश और स्नेल जैसे सामान को बांस से बनीं दुकानों में सजा देते हैं.

इसके बाद वह एक साइनबोर्ड पर समान और उसके दाम लिख देते हैं. इन सामानों के साथ एक पेमेंट बॉक्स रखा जाता है. कस्टमर इन जगहों पर आते हैं. सामान लेते हैं और उसकी कीमत पेमेंट बॉक्स में डालकर चले जाते हैं. छुट्टे पैसे वे पेमेंट बॉक्स से ले लेते हैं.

मिज़ो समाज की यह परंपरा या खासियत एक जरूरत आधारित आविष्कार है. Nghah Lou Dawr के दुकानदार या मालिक भी किसान हैं, जो पूरे दिन अपने खेतों पर काम करते हैं.

चूंकि ये स्थानीय किसान कम हैं, प्रॉफिट कम होता है. उनका साथ देने वाला भी कोई नहीं है. इसलिए किसी को दुकान पर बैठाने के खर्च से बचने के लिए ये लोग ग्राहकों की सेल्फ सर्विस पर ही निर्भर हैं.

दुकानदारी का यह सिस्टम सफल नहीं हो पाता अगर इन लोगों का ग्राहकों पर अटूट विश्वास नहीं होता.

Nghah lou dawr कॉन्सेप्ट ने कोविड-19 महामारी के वक्त उस वक्त सबका ध्यान खींचा था, जब सरकार सोशल डिस्टेंसिंग के तरीके ढूंढ रही थी.

रोजमर्रा की चीजें खरीदना हर दिन की प्रक्रिया है इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना मुश्किल काम था. कॉन्टैक्टलेस शॉपिंग एक्सपीरियंस के लिए मिजोरम का यह कॉन्सेप्ट काफी पॉपुलर हुआ.

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