भारत की ये जगहें हैं अघोरियों का अड्डा, रात में करते हैं तांत्रिक क्रियाएं
Zee News Desk
Jul 18, 2024
रहस्य
कई रहस्यों को समेटे हुए ‘अघोर’ और ‘अघोरी’ सदियों से हमारे साथ रहते आएं हैं, लेकिन फिर भी हमें इनके बारे में बहुत कम पता है.
शिव
अघोरी हिंदू धर्म के अंतर्गत अघोर पंथ को मानते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं.
त्याग
अघोरियों का जीवन कठोर त्याग-तपस्या में बीतता है, जो हम आम इंसानों से पूरी तरह अलग होता है.
काशी
बनारस का मणिकर्णिका घाट अघोरियों का पसंदीदा जगह है. यहां रात के समय अघोरी तंत्र-मंत्र और अघोर क्रिया करते हैं.
बंगाल का तारापीठ
तंत्र-साधना के जिक्र में पश्चिम बंगाल का नाम पहले आता है. यहां के तारापीठ में मां काली का विशाल मूर्ति है और मंदिर के बगल में एक महाश्मशान है, यहां जगह अघोरियों का ठिकाना है.
कामाख्या देवी मंदिर
असम के गुवाहाटी शहर में स्थित कामाख्या मंदिर अघोरियों के तंत्र-साधना का मुख्य स्थान है. इस मंदिर से कुछ दूरी पर एक शमशान घाट स्थित है, जो अघोरियों के जप-तप का विशेष स्थान है.
नासिक का त्र्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग मन्दिर में भी अघोरियों का अड्डा है.