ताजमहल इन कारणों से हुआ था 7 अजूबों में शामिल, वजह जानकर होंगे हैरान

Zee News Desk
Aug 08, 2024

ताजमहल

दुनिया के 7 अजूबों में शामिल ताजमहल की खूबसूरती इतनी है कि इसे देखना भारतीय ही नहीं, विदेशियों का भी सपना होता है. लेकिन इससे अजूबों में शामिल किए जाने की वजह खास है.

प्यार की निशानी

शाहजहां द्वारा बनवाए गए ताजमहल को प्यार की निशानी कहा जाता है, क्योंकि इसे उन्होंने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था.

निर्माण में समय

ताजमहल को बनने में करीब 22 साल लगे थे. इसका निर्माण 1632 में शुरू हुआ था और 1648 में बनकर तैयार हुआ था.

जबरदस्त आर्किटेक्चर

ताजमहल का आर्किटेक्चर इतना शानदार है कि इसे देखकर लोगों के मुंह से 'वाह ताज' निकल ही जाता है. इसमें एक खास तरह की लकड़ी का भी इस्तेमाल हुआ है.

8 देशों से सामान

ताजमहल को बनाने के लिए 8 अलग अलग देशों से सामान मंगवाया गया था. यही कारण है कि इसमें भारतीय के साथ फारसी, तुर्की और इस्लामी आर्किटेक्चर भी दिखता है.

20 हजार मजदूर

बताया जाता है कि ताजमहल का डिजाइन उस्ताद अहमद लाहौरी ने बनाया था. वहीं इसे बनाने में करीब 20 हजार मजदूर लगे थे.

7 अजूबों और वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल

ताजमहल को दुनिया के 7 अजूबों में 2007 को शामिल किया गया. वहीं वर्ल्ड हेरिटेज में यूनेस्को ने इसे 1983 में शामिल किया था.

ये है प्रमुख कारण

ताजमहल को दुनिया के 7 अजूबों में शामिल किए जाने का प्रमुख कारण यह बताया जाता है कि दुनिया में इस जैसी कोई दूसरी इमारत नहीं है.

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