मौत के मुंह के वो 30 मिनट, पानी में फ्लाइट, विंग्स पर पैसेंजर्स

15 जनवरी 2009 का भयावह किस्सा

15 जनवरी 2009 को, न्यूयॉर्क में उड़ान भरने के दौरान अमेरिकन एयरवेज की 'फ्लाइट-1549' पंछियों से टकरा गई और हडसन नदी पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी.

कैप्टन चेस्ली सुलेंबर्गर

कैप्टन चेस्ली सुलेंबर्गर (सुली) और फर्स्ट ऑफिसर जेफरी स्काइल्स ने विमान में सवार सभी 150 यात्रियों और 5 क्रू को सुरक्षित बचा लिया था.

पंछियों से टक्कर

पंछियों से टक्कर के बाद विमान के सामने का शीशा पूरी तरह से ब्लॉक हो गया था. ये टक्कर 3,000 फीट से कम ऊंचाई पर हुई थी, उस वक्त विमान एयरपोर्ट से करीब 4.5 मील दूर था.

बंद हो गए थे दोनों इंजन

टक्कर के बाद दोनों इंजन बंद हो गए. विमान थोड़ा और ऊपर चला गया, लेकिन फिर नीचे की ओर जाने लगा.

कैप्टन ने संभाली कमान

कैप्टन सुली ने फ्लाइट का कंट्रोल संभाला, जबकि स्काइल्स ने इंजन को फिर से चालू करने की कोशिश की. टक्कर के कुछ ही देर बाद उन्होंने इमरजेंसी हेल्प (मेडे कॉल) मांगी.

एयरपोर्ट जाने की कोशिश

पायलटों ने वापस ला गार्डिया एयरपोर्ट जाने की कोशिश की, लेकिन जल्दी ही समझ गए कि ये मुमकिन नहीं है.

हडसन नदी बना सहारा

उन्हें दूसरे एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत मिल गई, लेकिन पायलटों ने बताया कि वो वहां तक नहीं पहुंच पाएंगे और हडसन नदी पर उतरना होगा.

पानी में हुई लैंडिंग

टक्कर के करीब पांच मिनट बाद विमान नदी पर उतर गया.

हडसन पर चमत्कार

इंजन बंद हो चुके विमान को पानी पर उतारना बहुत खतरनाक होता है, लेकिन इस सफल लैंडिंग को "हडसन पर चमत्कार" के नाम से जाना जाता है.

फ्लाइट के विंग्स पर यात्री

यात्रियों को विमान के बाहर निकलने में फ्लाइट के विंग्स और आपातकालीन स्लाइडों का सहारा लिया गया. कई नावों और फेरियों ने भी लोगों को बाहर निकालने में मदद की.

जल्द ही निकाला बाहर

हडसन नदी पर उतरने के 24 मिनट बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया. यानी कुल 30 मिनट तक यात्रियों की सांस अटकी रही.

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