क्यों दुनिया के सबसे ऊंचे माउंटेन पीक में से एक को K2 कहा जाता है?

Zee News Desk
Jun 24, 2024

K2 पीक का नामकरण किसी खास व्यक्ति या घटना से जुड़ा नहीं है.

दरअसल, इसे "काराकोरम" पर्वतमाला की दूसरी सबसे ऊंची चोटी होने के कारण "K2" नाम दिया गया.

"K" कराकोरम पर्वतमाला को दर्शाता है, और "2" उसकी हाइट के क्रम को दिखाता है.

सर्वे टीम ने पर्वतमाला की चोटियों को क्रम से K1, K2, K3 जैसे नाम दिए थे.

बाद में, K1 को "माशेरब्रुम" नाम मिला, लेकिन K2 अपना मूल नाम बनाए रखा.

इसे "सैवेज माउंटेन" कहते हैं, जो इसके कठिन चढ़ाई के लिए है.

1856 में, लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस जॉर्ज मोंटगोमेरी ने पहली बार K2 का सर्वेक्षण किया गया.

सरल और व्यवस्थित नामकरण प्रणाली के कारण K2 का नाम बना रहना ही सही समझा गया.

इसलिए, K2 का नाम किसी रोमांचक कहानी या इतिहास से नहीं, बल्कि सर्वे के दौरान अपनाए गए सरल तरीके से आया है.

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