आखिर क्या होता था हरम के अंधेरे कमरों में? ये है सच्चाई

Pooja Attri
Sep 07, 2023

शुरूआत

मुगल बाबर ने हरम की शुरूआत की थी. बादशाह की मौज मस्ती के लिए इसकी शुरूआत की गई थी.

अकबर का हरम

अबुल फजल जोकि अकबर के समकालीन इतिहासकार थे ने हरम में 5000 औरतों के होने की बात लिखी है.

महिलाएं आती थी तोहफें में

इसमें ज्यादातर वो महिलाएं थीं जिन पर बादशाह का दिल आ जाता था या उन्हें तोहफें में दिया जाता था.

नजदीकी का ख्वाब

इस औरतों में से कुछ ही गिनी चुनी बादशाह तक पहुंच पाती थी. बाकी की सारी महिलाएं अपनी पूरी लाइफ यूं ही गुजार देती हैं.

खौफनाक हिस्सा

वैसे तो हरम में कई सारे हिस्से होते हैं. लेकिन हरम के पीछे का हिस्सा काफी खौफनाक होता था.

अंधेरे कमरे

यहां कई सारे अंधेरे कमरे होते थे जिनमें उन औरतों को बंद करके रखा जाता था जो बादशाह के बिस्तर तक जा चुकी होती थीं.

हरम की रानियां

हरम की रानियां ऐसा करती थीं जिससे हरम कसी महिलाएं बादशाह की खास न बन जाएं. बीमार औरतें भी यहां रहा करती थीं.

फांसी की सजा

उन्हीं अंधेरे कमरों के पीछे फांसी घर होता था. जहां इन महिलाओं को फांसी लगाकर ठिकाने लगाया जाता था.

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