मुगलों की अय्याशी का अड्डा था हरम, जहां होते थे ऐसे गंदे काम!

Zee News Desk
Sep 02, 2023

हरम की शुरुआत बाबर के शासन काल में हुई थी जिसका जिक्र अबु फजल के अकबरनामा में मिलता है.

अकबर के शासन काल में हरम में करीब 5 हजार औरतें मौजूद थीं, जो अपने आप में काफी बड़ी संख्या थी.

मुगल हरम में बादशाहों के अय्याशी के सारे इंतजाम हुआ करते थे, जहां उनकी सुख-सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाता था.

हरम की रानियां और दासियां मुगल बादशाह को हर तरीके से खुश रखने का काम करती थीं.

हरम में शराब और शबाब दोनों का नशा बादशाह जमकर किया करते थे.

हरम के अंदर मुगल बादशाह को खुश करने के लिए खूब नाच गाना हुआ करता था.

हरम में औरतों की सुरक्षा के लिए किन्नर तैनात किए जाते थे. ताकि कोई बाहरी शख्स अंदर प्रवेश न कर सके.

हरम की औरतों का बाहरी दुनिया से कोई ताल्लुक नहीं रहता था और ये औरतें बाहरी किसी पुरुष से नहीं मिल सकती थीं.

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