यह अजीब है लेकिन ये सच्चाई है कि इंसान को डंक मारने के बाद कुछ मधुमक्खियां मर जाती है.
सब मधुमक्खियां नहीं मरती
हालांकि ये भी सच है कि सब मधुमक्खियां नहीं मरती हैं.
कुछ प्रजाति के साथ ही ऐसा होता है. शोधकर्ताओं का मानना है कि दुनियाभर में करीब 20 हजार मधुमक्खियों की प्रजातियां हैं.
इनमें से तो कुछ ऐसी हैं जो इंसान को डंक ही नहीं मार पाती. कुछ ऐसी होती है जो इंसान को डंक तो मार देती हैं लेकिन वे मर जाती हैं.
असल में मधुमक्खी जब डंक मारती है तो उसका स्टिंगर (डंक मारने वाला भाग) टूट जाता है. वो अपना स्टिंगर वापस नहीं खींच पाती.
स्टिंगर खींचने के चक्कर में ना सिर्फ उसका स्टिंगर टूटता है बल्कि उसके साथ उसकी आंत, पाचन तंत्र और मांसपेशियां भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं.
इसी चक्कर में मधुमक्खी की मौत हो जाती है, ये उनके लिए ऑर्गन फेल्योर जैसा होता है.
वहीं मधुमक्खियों की कई प्रजातियां डंक मारने के बाद भी नहीं मरतीं हैं. ऐसा तब होता है जब उनका स्टिंगर डंक मारने के बाद आसानी से निकल भी जाता है.
बर्रा या ततैया जैसे कई मक्खियों का डंक चिकना होता है और वो आसानी से त्वचा से निकल जाता है. ऐसे में रिसर्चर्स बताते हैं कि ये इंसान को काटने के बाद भी सर्वाइव कर जाती हैं.