बांके बिहारी मंदिर में क्यों नहीं है घंटी?

Saumya Tripathi
Jun 22, 2024

वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर का स्थान काफी विशेष है. इस मंदिर को लेकर काफी सारी मान्यताएं प्रचलित हैं.

अगर आप बांके बिहारी गए होंगे तो गौर किया होगा कि मंदिर में एक भी घंटियां नहीं है.

साथ ही आरती करते समय ताली भी नहीं बजाई जाती है. इसके पीछे की क्या वजह है आइए जानते हैं.

मान्यता है कि स्वामी हरिदास ने निधिवन में बैठकर अपने साधना बल से बांके बिहारी जी को प्रगट किया था.

स्वामी हरिदास अपने बालक रूप बांके बिहारी को काफी प्यार करते थे तो उन्हें कोई कष्ट ना हो इसलिए न तो यहां घंटी बजाते थे और न ही आरती करते समय ताली बजाते थे.

स्वामी हरिदास जैसे बिहारी जी की बालक के रूप में आरती करते थे. वैसे ही आज भी उनका ध्यान रखा जाता है.

ज्यादा तेज आवाज के कारण छोटे बच्चे डर जाते हैं या उन्हें परेशानी होती है. इसलिए बांके बिहारी मंदिर में घंटी और ताली नहीं बजाई जाती है.

बांके बिहारी मंदिर में रोज तीन बार आरती की जाती हैं. पहली आरती सुबह श्रृंगार के बाद, दूसरी दोपहर में विश्राम के बाद राजभोग आरती और तीसरी रात को शयन के समय शयन आरती करने की परंपरा है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

VIEW ALL

Read Next Story