काशी विश्वनाथ से जुड़ी अनोखी बातें? जिनसे लोग हैं अनजान

Zee News Desk
Aug 28, 2023

काशी विश्वनाथ मंदिर

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है.

गंगा नदी के किनारे स्थित इस मंदिर को विश्वेश्वर और विश्वनाथ के नाम से जाना जाता है.

स्वयं विराजमान हुए भगवान शिव

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव के विवाह के बाद भगवान शिव कैलाश पर्वत पर रहते थे और माता पार्वती अपने पिता के घर रहती थीं.

तब उनका मन नहीं लग रहा था और भगवान भोलेनाथ ता पार्वती से मिलने आए तो माता ने उन्हें अपने साथ ले जाने की प्रार्थना की और माता पार्वती की बात मानकर भगवान शिव उन्हें काशी ले आए और तब से यहीं रहने लगे.

कई बार किया गया ध्वस्त

रिपोर्ट्स के अनुसार, काशी विश्वनाथ मंदिर को कई बार मुगलों द्वारा ध्वस्त किया गया. पहली बार साल 1194 में कुतुबद्दीन ऐबक की सेना से इस मंदिर को ध्वस्त किया था.

मंदिर का निर्माण

काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण साल 1780 में महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था.

काशी विश्वनाथ मंदिर दो हिस्सों में बंटा हुआ है, जहां दाहिनी ओर मां भगवती विराजमान हैं, जबकि बाईं तरफ भगवान शिव हैं.

मान्यता के अनुसार काशी विश्वनाथ के दर्शन और गंगा नदी में स्नान करने से पाप से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस मंदिर के दर्शन जरूर करना चाहिए.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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