भगवान कृष्ण ने ही क्यों किया था सूर्यपुत्र कर्ण का अंतिम संस्कार? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
Zee News Desk
Oct 21, 2024
महाभारत के प्रमुख योद्धा कर्ण
कर्ण महाभारत के प्रमुख योद्धा थे. वह आज भी एक सच्चे मित्र और दानवीर के नाम से पहचाने जाते हैं.
कर्ण कुंती और सूर्य पुत्र
कर्ण पांडवों की माता कुंती के पुत्र थे, उन्होंने वरदान में सूर्यदेव से उन्हें प्राप्त किया था. इसलिए वह सूर्यपुत्र कर्ण कहलाए.
श्रीकृष्ण ने क्यों किया कर्ण का अंतिम संस्कार?
हालांकि एक सवाल अक्सर सामने आया है कि आखिर भगवान श्रीकृष्ण ने ही कर्ण का अंतिम संस्कार क्यों किया था.
भगवान कृष्ण ने ली कर्ण की परीक्षा
दरअसल इसकी शुरुआत कर्ण की परीक्षा से हुई. भगवान कृष्ण ने कर्ण की दानवीरता की परीक्षा के लिए उनसे उनके अंतिम समय में दान मांगा.
भगवान श्रीकृष्ण ने दिए तीन वरदान
कर्ण ने भगवान श्रीकृष्ण को दान के रूप में अपना सोने का दांत तोड़कर दे दिया. इसके बाद श्रीकृष्ण ने खुश होकर कर्ण से तीन वरदान मांगने को कहा.
ये थे तीनों वरदान
कर्ण ने भगवान श्रीकृष्ण से पहला वरदान मांगा कि उसके वर्ग के सभी लोगों का कल्याण हो. दूसरा वरदान - श्रीकृष्ण का जन्म कर्ण के राज्य में ही हो.
तीसरा वरदान था प्रमुख
कर्ण ने तीसरे वरदान में मांगा कि उनका अंतिम संस्कार वही व्यक्ति करे, जो पाप मुक्त हो.
वरदान के कारण श्रीकृष्ण ने किया कर्ण का अंतिम संस्कार
ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण ने वरदान के चलते स्वयं ही कर्ण का अंतिम संस्कार किया.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. हमने इस खबर को लिखने में सामान्य जानकारियों और धार्मिक मान्यताओं की मदद ली है. इसके सही या गलत होने की पुष्टि ZEE NEWS हिंदी नहीं करता है.