दोनों किडनियां खराब होने से होती है पीड़ा, राधारानी के परम भक्त प्रेमानंद महाराज की ऐसी है दिनचर्या
Arti Azad
Jul 31, 2023
Premanand Ji Maharaj: यूपी के कानपुर में एक बेहद गरीब ब्राम्हण परिवार में जन्मे, लेकिन आज विश्व में है मशहूर. आइए जानते हैं स्वामी प्रेमानंद महाराज की दिनचर्या कैसी है...
राधारानी के परम भक्त प्रेमानंद जी के दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग वृंदावन आते हैं. कहते हैं कि जो उनका सत्संग मन लगाकर सुनता है उसे राधारानी के दर्शन होते हैं.
पीले वस्त्र करते हैं धारण
माथे पर पीला तिलक और पूरी तरह से पीले वस्त्र धारण करने वाले प्रेमानंद जी महाराज लोगों के हर तरह के प्रश्नों और जिज्ञासा का उत्तर देते हैं.
समाज के कल्याण के लिए हुआ जन्म
प्रेमानंद जी अपने सत्संग के जरिए लाखों लोगों को जिंदगी जीने की नई सीख देते हैं. जो उनकी बातों पर अमल करता है, उन्हें जिंदगी जीने में एक मार्ग मिलता हैं.
कई वर्षों से खराब हैं दोनों किडनी
आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी कि पॉलीसिस्टिक किडनी रोग होने के कारण पिछले 10 से 15 वर्षों से श्री प्रेमानंद जी महाराज की दोनों किडनियां खराब हैं.
राधा रानी का नाम है जीवन की बैटरी
वह कहते हैं कि पीड़ा के कारण रोजाना उल्टी करने का मन होता है. डायलिसस के कारण दूध तो छोड़िए उन्हें पानी भी कम कम पीना पड़ता है. बस राधारानी का नाम लेते हैं.
सुबह के समय करते हैं परिक्रमा
महाराज जी की दोनों किडनी खराब होने के बावजूद भी संकीर्तन राधा वल्लब और बांके बिहारी जी के दर्शन और परिक्रमा जरूर करते हैं.
हजारों भक्त किडनी देने आए आगे
हजारों भक्त महाराज जी को किडनी देने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उन्हें किडनी की जरूरत नहीं है.
शरीर को जितने दिन और जैसे चलना होगा, चलेगा
उनका कहना है कि किसी दूसरे के शरीर को काटकर उसकी किडनी मेरे शरीर में लगाई जाए यह ठीक नहीं है. अपने सुख के लिए किसी को कष्ट नहीं दे सकता.
रोग के बहाने मिलता है श्रीजी का दुलार
उनका मानना है कि यह रोग उनपर कृपा कर रहा है, क्योंकि अपने आप में असहाय मैं जो कुछ हूं श्रीजी के बल पर हूं.
प्रेमानंद महाराज कई बार हो जाते हैं अस्वस्थ
डायलिसिस के कारण उनका शरीर कमजोर हो जाता है, जिसके कारण वह केवल आधी रोटी और थोड़ी सा सब्जी ही खाते हैं, वह 3 घंटे की ही नींद ले पाते हैं.