रक्षाबंधन का त्योहार साल 2023 में 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा. रक्षाबंधन को लेकर कई पौराणिक कहानियां प्रचलित हैं.
आज हम आपको रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम के त्योहार को लेकर 4 सबसे रोचक कहानियों के बारे में बताने जा रहे हैं कि कैसे इस त्योहार की शुरुआत होती है.
कृष्ण और द्रौपदी का रक्षाबंधन-
कथाओं के अनुसार, शिशुपाल का वध करने बाद जब भगवान श्री कृष्ण की कलाई पर चोट लग गई.
यह देखते हुए द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर साड़ी का पल्लू बांध दिया, जिसके बाद श्रीकृष्ण ने उन्हें सदैव रक्षा का वचन दिया.
रानी कर्णावती और हुमायूं की कहानी-
रानी कर्णावती ने युद्ध में मदद के लिए हुमांयू को राखी भेजी, जिससे हुमांयू काफी प्रभावित हुआ और उनकी मदद के लिए अपनी सेना मेवाड़ के लिए भेजी.
राजा बलि और मां लक्ष्मी का रक्षाबंधन-
जब राजा बलि से भगवान विष्णु ने पूरा ब्राह्मण ले लिया तो भगवान से विनती करने पर श्री हरि उनके साथ पाताल लोक रहने चले गये.
यह सब देखते हुए मां लक्ष्मी ने गरीब महिला का वेष धारण किया और राजा बलि को राखी बांधने पहुंच गईं और राखी के बदले श्री हरि को वापस लौटाने की मांग की.
युद्धिष्ठिर ने सैनिकों को बांधी राखी-
श्रीकृष्ण के कहने पर युधिष्ठिर ने अपने सभी सैनिकों को रक्षा सूत्र बांधें. युधिष्ठिर ने अपनी पूरी सेना में सभी को रक्षासूत्र बांधा और युद्ध में उनकी विजय हुई.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)