इनके जैसा यार कहां…आज भी दुनिया याद करती है इन दोस्तों के अफसाने

Zee News Desk
Jul 15, 2024

भारतीय महाकाव्य श्राप, वरदान, इच्छा, अभिमान, विश्वासघात और घृणा से भरे हुए हैं.

लेकिन पौराणिक कथाओं में मित्रता के प्रसंगों के बारे में शायद ही लोग बात करते हों.

आज हम ऐसी ही दोस्ती के बारे में बात करेंगे जिनके किस्से आज भी दुनिया भर में सुनाए जाते हैं.

कर्ण और दुर्योधन

कर्ण पांडवों के ही भाई रहते है लेकिन उसे पांडव पहचानने में असफल रहे. दुर्योधन ने कर्ण को अपना परम मित्र बनाया, एक ऐसा बंधन बनाया जो अच्छे और बुरे समय में भी हमेशा कायम रहा.

कृष्ण और सुदामा

प्राचीन भारत की मित्रता की सबसे प्रतिष्ठित कहानी है कृष्ण और सुदामा की. कृष्ण और सुदामा की कहानी न केवल जुड़ाव की बात करती है बल्कि ऊंच-नीच के बीच समानता की भी बात करती है.

कृष्ण और द्रौपदी

कृष्ण और द्रौपदी रिश्ते में भाई-बहन के साथ ही एक मित्र भी रहते है. इनकी दोस्ती इतनी मजबूत होती है कि पांडवों के बीच किसी भी बंधन का मुकाबला कर सकती थी.

श्री राम और हनुमान

हनुमान भगवान राम के अनन्य भक्त के साथ ही एक विनम्र मित्र भी थे. हनुमान ने सीता को रावण से बचाने के संघर्ष में निस्वार्थ भाव से राम की मदद की.

कृष्ण और अर्जुन

पार्थ (अर्जुन) और केशव (कृष्ण) की इस दोस्ती ने महाभारत के युद्ध के मैदान के बीच में शाश्वत ज्ञान का पाठ करने के लिए प्रेरित किया.

डिसक्लेमर

यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं और धर्मग्रंथों पर आधारित है. यह जानकारी जी न्यूज की राय नहीं है.

VIEW ALL

Read Next Story