कई घरों में लकड़ी का मंदिर रखा जाता है. लकड़ी के मंदिर देखने में सुंदर होते हैं और वास्तु के लिहाज से भी सही होते हैं.
लेकिन लकड़ी का मंदिर रखने के कुछ नियम होते हैं. यदि इन नियमों का पालन ना किया जाए तो भारी वास्तु दोष पैदा हो सकता है.
लिहाजा घर में लकड़ी का मंदिर पहले से है या रखने जा रहे हैं तो वास्तु के कुछ नियम जरूर जान लें.
1. वास्तु के अनुसार लकड़ी का मंदिर शीशम या सागौन की लकड़ी का ही हो तो बेहतर है. अन्य किसी लकड़ी का मंदिर रखने से बचें.
2. लकड़ी का मंदिर घर की पूर्व दिशा में रखें. यदि ऐसा संभव नहीं है तो उत्तर दिशा में भी मंदिर रख सकते है.
3. ध्यान रहे कि मंदिर में दीमक ना लगी हो, ना ही वह टूटा हो या ना पेंट खराब हो. मंदिर हमेशा अच्छा होना चाहिए.
4. मंदिर में धूल-मिट्टी, जाला आदि कभी ना रहे, इस बात का विशेष ध्यान रखें. वरना घर में नकारात्मकता बढ़ती है. आर्थिक हानि होती है.
5. घर में नए मंदिर की स्थापना सोमवार, बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार के दिन ही करें. यही दिन शुभ माने गए हैं.