पितृपक्ष में कौवे को क्यों खिलाया जाता है खाना? जानिए क्या है महत्व
Zee News Desk
Aug 23, 2023
1. कौवे को क्यों माना गया है हिंदू धर्म में विशेष, पितृपक्ष पर क्यों खिलाया जाता है इनको खाना.
2. माना जाता है कि ब्रह्मा जी दिन में सृष्टि का निर्माण करते है, लेकिन रात को सृष्टि का विनाश कर देतें हैं.
3. कौवों को काकभुशुण्डि का रूप माना जाता है. एक ऋषि के श्राप के कारण वह कौवा बन गए थे.
4. काकभुशुण्डि भगवान राम के बहुत बड़े भक्त थे, इसलिए उनको आशीर्वाद मिला था कि वह समय में आगे-पीछे जा सकते हैं.
5. कहा जाता है कि पितृपक्ष में इसलिए कौवे को खाना खिलाया जाता है, क्योंकि वो समय से पीछे जाकर हमारा संदेश हमारे पुर्वजों को देते हैं.
6. कौवे को अकाल मृत्यु का भी प्रतीक माना जाता है. इसलिए, उन्हें भोजन देकर पितरों को प्रसन्न किया जाता है.
7. कौवे को भगवान शिव का वाहन भी कहा जाता है. भगवान शिव को प्रसन्न करनें के लिए भी इन्हें भोजन दिया जाता है.
8. कौवे को हिंदू शास्त्रों के अनुसार शुभ पक्षी माना जाता है, इसलिए उन्हें भोजन देकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
9. हिंदू धर्म ग्रंथ के अनुसार, काकभुशुण्डि ने रामायण को 11 बार और महाभारत को 16 बार देखा है. कहा जाता है कि हर बार कुछ अलग ही देखा है.
10. अगर आप पितृपक्ष पर काकभुशुण्डि ताल जाना चाहते है तो उसके लिए आपको देहरादून के जोशीमठ जाना पड़ेगा. ऐसा कहा जाता है कि काकभुशुण्डि ने वाल्मीकि से भी पहले रामायण गरूड़ को काकभुशुण्डि ताल के पास सुनाई थी.