Albert Einstein ने क्यों बताया इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती, जिसने ले ली 2 लाख लोगों की जान!

Zee News Desk
Sep 09, 2024

2 अगस्त 1939 को अल्बर्ट आइंस्टीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट को एक पत्र लिखा था.

उनके लेटर के बाद मैनहटन प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई और यह इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण और विनाशकारी आविष्कारों में से एक था.

लेटर में आइंस्टीन ने लिखा- Nuclear Physics में हाल ही में किए गए काम से यह संभव हो गया है कि Uranium को ऊर्जा के एक नए और महत्वपूर्ण स्रोत में बदला जा सकता है.

लेटर में आगे उन्होंने लिखा कि इस उर्जा का इस्तेमाल शक्तिशाली बम के निर्माण के लिए किया जा सकता है.

Albert Einstein के लिखे इस पत्र ने मैनहटन प्रोजेक्ट को प्रेरणा दी.

Robert Oppenheimer के नेतृत्व में 3 साल के प्रोजेक्ट ने अमेरिका को परमाणु युग में धकेल दिया और इतिहास के सबसे और विनाशकारी आविष्कारों में से एक को जन्म दिया.

16 July 1945 को लॉस एलामोस, न्यू मैक्सिको में मानव जाति के पहले परमाणु बम का परीक्षण किया गया.

6 August 1945 को ये बम जापान के हिरोशिमा में गिराया गया जिसमें तकरीबन 2 लाख लोगों की जान गई थी.

इसके बाद कभी भी इस बम का इस्तेमाल नहीं किया गया. यह सशस्त्र संघर्ष में परमाणु हथियारों का एकमात्र उपयोग है.

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