Chandrayaan 4 और 5 की तैयारियों में जुटा ISRO, इस तकनीक के साथ रचेगा नया इतिहास

Zee News Desk
Aug 23, 2024

चंद्रयान 4

इसे 2028 के आसपास लॉन्च किया जाना है जिसके मिशन चंद्रमा की सतह से सैंपल इकट्ठा कर धरती पर वापस आना होगा.

मल्टी स्पेसक्राफ्ट

चंद्रयान 4 दो फेज़ प्लॉन का इस्तेमाल करेगा. ISRO इन मॉड्यूल को अलग-अलग लॉन्च कर अंतरिक्ष में इकट्ठा करने की योजना बना रहा है.

Key कंपोनेंट्स

मिशन में लैंडर, एसेंडर, ट्रांसफर, मॉड्यूल, और री-इंट्री मॉड्यूल शामिल है. लैंडर चंद्रमा पर उतरेगा जहां एक रोबोटिक आर्म सैंपल इकट्ठा करेगा.

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

चंद्रयान 5 जापानी स्पेस एजेंसी JAXA के साथ एक संयुक्त मिशन है. इस मिशन में भारतीय लैडर और जापानी रोवर शामिल होंगे.

मिशन

350 किलोग्राम वजनी रोवर चंद्रमा के स्थायी छाया वाले क्षेत्रों का पता लगाएगा. जिसमें पानी की बर्फ हो सकती है जो भविष्य में होने वाले मिशन के महत्वपूर्ण संसाधन है.

साउथ पोल

चंद्रयान 4 और 5 दोनों का लक्ष्य साउथ पोल को एक्सप्लोर करना है जो वैज्ञानिक खोजों के लिए एक इंट्रेस्ट वाला एरिया है.

JAXA

चंद्रयान 5 में JAXA के साथ सहयोग करके ISRO अपनी लैंडर तकनीक को रोवर डिजाइन में JAXA के साथ जोड़ेगा.

एक्सप्लोरेशन

ये मिशन न सिर्फ टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देगा बल्कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत और ISRO की भूमिका भी बढ़ाएगा.

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