यह ब्लैक होल की पहली तस्वीर है. ब्लैक होल हमारे ब्रह्मांड के सबसे रहस्यमय पिंडों में से एक हैं. इनके बारे में स्टडी तो बहुत हुई है, लेकिन पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है.
ब्लैक होल में क्या होता है?
ब्लैक होल कोई जगह नहीं घेरता लेकिन इसका द्रव्यमान काफी अधिक होता है. ब्लैक होल पदार्थ को निगलने के साथ 'बड़े' होते चले जाते हैं.
ब्लैक होल कैसे बनता है?
कुछ ब्लैक होल तब बनते हैं जब कोई विशाल तारा अपने आप में सिमट जाता है.
ब्लैक होल से कुछ नहीं बचता!
ब्लैक होल इतना घना होता है कि इसकी सतह के ठीक नीचे यानी इवेंट होराइजन पर गुरुत्वाकर्षण इतना मजबूत होता है कि कुछ भी - यहां तक कि प्रकाश भी - इससे बच नहीं सकता.
इवेंट होराइजन
कोई ब्लैक होल जितना बड़ा होता है, उसका 'नो रिटर्न' वाला जोन उतना ही बड़ा होता है. यह वह बिंदु होता है वहां तक पहुंचने वाली कोई भी चीज ब्लैक होल में समा जाती है. इस बिंदु को 'इवेंट होराइजन' कहते हैं.
सबसे करीबी ब्लैक होल
NASA के मुताबिक, पृथ्वी के सबसे पास में जो ब्लैक होल है, उसे Gaia BH1 कहा जाता है. यह धरती से लगभग 1,500 प्रकाश वर्ष दूर है. (Photo : ESA)
सबसे दूर मौजूद ब्लैक होल
QSO J0313-1806 नामक गैलेक्सी के केंद्र में मौजूद ब्लैक होल पृथ्वी से सबसे दूर है. यह 13 बिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है.
सबसे बड़ा ब्लैक होल
NASA के अनुसार, अभी तक खोजा गया सबसे बड़ा ब्लैक होल TON 618 है. इसका द्रव्यमान हमारे सूर्य से 66 अरब गुना ज्यादा है.