अंतरिक्ष की परिस्थितियां पृथ्वी से काफी अलग हैं. वहां न तो हवा है, न ही पानी. फिर भी इंसान ने अंतरिक्ष में रहने के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जैसा ठिकाना बना रखा है. (Pic : NASA)
एस्ट्रोनॉट्स महीनों तक ISS पर रहकर स्टडी करते हैं. तो क्या इस दौरान वे सेक्स भी करते होंगे? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है.
(Pic : NASA)
NASA का स्टैंड
NASA के अनुसार, किसी भी मनुष्य ने अंतरिक्ष में कभी सेक्स नहीं किया है. अंतरिक्ष में जैसी दुर्गम स्थितियां हैं, वहां सेक्स आसान भी नहीं होगा! (AI Image)
ISS पर यूं तो काफी जगह है लेकिन सेक्स के लिए प्राइवेट स्पेस नहीं. स्पेस स्टेशन पर लगातार धरती से नजर भी रखी जाती है.
(Photos: NASA)
NASA का नियम
नासा का नियम है कि विवाहित जोड़े एक साथ उड़ान नहीं भर सकते. 2010 के बाद से, NASA ने साफ कहा है कि वह अंतरिक्ष यात्रियों के बीच सेक्स की अनुमति नहीं देता है.
क्या संभव है?
डेली मेल ने एक रिपोर्ट में सेक्स एक्सपर्ट डॉक्टर के हवाले से बताया कि 'अंतरिक्ष में सेक्स शारीरिक रूप से संभव है, लेकिन यह पृथ्वी पर जितना आसान है उतना आसान नहीं होगा.'
ग्रेविटी बनेगी दुश्मन
डॉक्टर ने कहा कि प्राइवेसी की जैसी सिंपल मुश्किलें ISS पर सेक्स को कठिन बना देंगी, लेकिन सबसे बड़ी समस्या शायद गुरुत्वाकर्षण की कमी होगी.
'मन ही नहीं होगा'
अंतरिक्ष में पहुंचने पर इंसानों के हार्मोनल चक्र में तीव्र व्यवधान उत्पन्न होता है. एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है. यह हार्मोनल असंतुलन कामेच्छा को कम करता है.
शरीर पर असर
माइक्रोग्रेविटी में, खून शरीर के चारों ओर सामान्य तरीके से पंप नहीं होता है, बल्कि सिर की ओर बढ़ता है. इससे आंखों की रोशनी प्रभावित होती है और चेहरा सूज जाता है. इससे पुरुष अंतरिक्ष यात्रियों को इरेक्शन बनाए रखने में भी दिक्कत आ सकती है.
फंसे हैं एस्ट्रोनॉट
एस्ट्रोनॉट्स बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स जून 2024 से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं. NASA के मुताबिक, दोनों को धरती पर वापसी के लिए शायद फरवरी 2025 तक का इंतजार करना पड़ सकता है.