सुपरमैसिव ब्लैक होल न होते तो बड़ी तेजी से बूढ़ा हो जाता ब्रह्मांड!
(Photos : NASA)
Deepak Verma
Jul 19, 2024
माना जाता है कि सभी बड़ी आकाशगंगाओं के केंद्र में विशालकाय ब्लैक होल मौजूद होते हैं.
नई रिसर्च बताती है कि अगर ये विशालकाय ब्लैक होल न होते तो ब्रह्मांड बहुत तेजी से बूढ़ा हो गया होता.
'जॉम्बी' गैलेक्सीज
सुपरमैसिव ब्लैक होल्स की गैर-मौजूदगी में, ब्रह्मांड आज यह मृत या मरते हुए तारों वाली 'जॉम्बी' आकाशगंगाओं से भरा होता.
खोज का नतीजा
वैज्ञानिकों ने पाया कि आकाशगंगाओं का जीवन बढ़ाया जा सकता है यदि उनके विशालकाय ब्लैक होल उन्हें 'सांस लेने' के लिए 'हृदय और फेफड़े' प्रदान करें तथा उन्हें बहुत बड़ा होने से रोकें.
की गई तुलना
इस खोज के पीछे जो वैज्ञानिक हैं, उन्होंने गैस और रेडिएशन के जेट, जो विशालकाय ब्लैक होल अपने ध्रुवों से छोड़ते हैं, की तुलना हमारे फेफड़ों को पोषण देने वाले वायुमार्ग से की है.
क्या प्रभाव
आकाशगंगाओं में, सांस लेने जैसी क्रिया सुपरमैसिव ब्लैक होल द्वारा उड़ाए गए जेट की ऊर्जा को आस-पास के माध्यम में संचारित करती है.
कम होती है स्पीड
तारे तब बनते हैं जब अंतरतारकीय गैस के बादल ठंडे हो जाते हैं और उन्हें संघनित होने दिया जाता है. इसका मतलब है कि यह 'सांस बाहर निकालना' तारों के निर्माण को धीमा कर सकता है, जिससे आकाशगंगाओं का विकास धीमा हो सकता है.