उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में घूमें ये पावन जगहें, मन को मिलेगा सुकून

Zee News Desk
Aug 01, 2024

कोटेश्वर महादेव मंदिर

यह मंदिर अलकनंदा नदी के पावन तट पर बसा हुआ है. केदारनाथ जाते समय रुद्रप्रयाग शहर से यह लगभग 3-4 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है.

अगस्तमुनि

यह नगर रुद्रप्रयाग जिले में मंदाकिनी नदी के तट पर बसा हुआ है, जिसकी शहर से दूरी 16 किलोमीटर है. यह भारतीय संस्कृति के महान गुरूओं में से एक अगस्त मुनि से जुड़ी है.

केदारनाथ

केदारनाथ हिन्दुओं के पवित्र जगहों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहाड़ों पर बसे बाबा केदार के दर्शन करने आते हैं. रास्ता कठिन होने के बावजूद यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है.

उखीमठ

उखीमठ हिंदु धर्म के कई देवी देवताओं को समर्पित तीर्थ स्थल है. यहां जाकर आप एक साकारात्मक ऊर्जा का एहसास कर सकते हैं.

चोपता

चोपता रुद्रप्रयाग का एक सुंदर सा गांव हैं. यहां आप भगवान शिव से जुड़े पांच मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं.

तुंगनाथ मंदिर

रुद्रप्रयाग पंच केदारों के लिए भी जाना जाता है, जिसमें तुंगनाथ मंदिर सबसे अधिक ऊंचाई (लगभग 12,070 फीट) पर स्थित है.

कालीमठ

यह पवित्र स्थल सरस्वती नदी के किनारे 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कालीमठ 108 दिव्य शक्तिपीठों में से एकलौता शक्तिपीठ है जो केदारनाथ घाटी पर स्थित है.

गुप्तकाशी मंदिर

यह भगवान शिव के प्राचीन और खूबसूरत मंदिरों में से एक है. ऐसा कहा जाता है कि केदारनाथ पहुंचने से पहले पांडवों ने यहां भगवान शिव की झलक देखी थी.

त्रियुगीनारायण मंदिर

यह मंदिर हिंदु धर्म में बहुत ही खास महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि शंकर भगवान ने यहां पार्वती जी से विवाह किया था, जिसका साक्षी यहां पर जल रही अखंड ज्योति है.

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