तारे ऐसे भी बनते हैं! हब्बल टेलीस्कोप ने खोला अंतरिक्ष का राज
(Photo : ESA/Hubble & NASA, M. Sun)
Deepak Verma
Mar 19, 2024
नया फोटो
NASA के वैज्ञानिकों ने हब्बल टेलीस्कोप से 5.2 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद LEDA 42160 आकाशगंगा की तस्वीरें ली हैं. (Photo: ESA/Hubble & NASA, M. Sun)
कैसा प्रेशर
यह बौनी आकाशगंगा Virgo क्लस्टर की आकाशगंगाओं के बीच घनी गैस से होकर गुजरती है तो इस पर 'रैम प्रेशर' पड़ता है. (Photo : Playground AI)
कैसी प्रक्रिया
NASA ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह छोटी आकाशगंगा उस प्रक्रिया से गुजर रही है जिससे तारे बनते हैं. (Photo : Playground AI)
हाई-एनर्जी
इस प्रक्रिया में बहुत सारी ऊर्जा लगती है. NASA ने कहा कि इस आकाशगंगा का केंद्र बहुत चमकीला नहीं है और केंद्र में थोड़ी धूल है. (Photo: ESA/Hubble & NASA, M. Sun)
हाई-एनर्जी
इस प्रक्रिया में बहुत सारी ऊर्जा लगती है. NASA ने कहा कि इस आकाशगंगा का केंद्र बहुत चमकीला नहीं है और केंद्र में थोड़ी धूल है. (Photo : Playground AI)
Ram Pressure
रैम प्रेशर वह प्रतिरोध होता है जो किसी आकाशगंगा के मूव करने पर इंटरगैलेक्टिक गैस और धूल उसपर डालती हैं. (Photo : Playground AI)
वैज्ञानिकों के मुताबिक, रैम प्रेशर किसी आकाशगंगा से तारे बनाने वाले मैटेरियल्स छीन सकता है.
(Photo : Playground AI)
नए तारे का सृजन
इससे उलट, रैम प्रेशर किसी आकाशगंगा में मौजूद गैस को कंप्रेस भी कर सकता है जिससे तारे का निर्माण हो सकता है. (Photo : Playground AI)
NASA का पोस्ट
NASA ने रैम प्रेशर के बारे में कहा, 'प्रेशर हीरे बना सकता है लेकिन रैम प्रेशर तारे बना सकता है!' (Photo : Playground AI)