रूस की निजी सेना वैगनर समूह ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ विद्रोह कर दिया लेकिन अगले ही दिन दोनों के बीच समझौता हो गया.
रूस अकेला देश नहीं
सिर्फ रूस अकेला देश नहीं है जहां निजी सेना काम करती है. आइए अन्य देशों की निजी सेना पर नजर दौड़ाते हैं.
पैसों के बदले सुरक्षा
इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निजी सेनाएं वे होती हैं जो पैसों के बदले सुरक्षा मुहैया कराती हैं.
जी4एस
जी4एस नामक की कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी निजी सुरक्षा कंपनी मानी जाती है. यह इराक में एक तिहाई गैर-मिलिट्री काफिले को सुरक्षित रखती है. यह दुनिया के 125 देशों में काम कर रही है. मुख्यालय लंदन में है.
डिफाइन इंटरनेशनल
डिफाइन इंटरनेशनल नामक प्राइवेट आर्मी हर देश से सैनिकों की भर्ती करता है. यह निजी सेना पेरू के लीमा में स्थित है. इसके दफ्तर दुबई, फिलिपींस, श्रीलंका और इराक में हैं.
एकेडेमी
एकेडेमी सबसे एडवांस सेना मानी जाती है. मिडिल ईस्ट के अलावा एकेडेमी न्यू ओरलींस में कैटरीना हरिकेन के समय मदद करने पहुंची थी. इसके अलावा जापान में मिसाइल डिफेंस सिस्टम की सुरक्षा में लगी है.
एजीस डिफेंस सर्विसेस
एजीस डिफेंस सर्विसेस के निजी सैनिक 60 से ज्यादा देशों में मिशन कर चुके हैं. एजीस डिफेंस सर्विसेस के 5000 सैनिक संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और तेल कंपनियों के लिए काम करते हैं.
ट्रिपल कैनोपी
इराक से अमेरिकी फौज के निकलने के बाद ट्रिपल कैनोपी प्राइवेट मिलिट्री के जवान ड्यूटी पर हैं. इस कंपनी के पास करीब 2000 सैनिक हैं. ज्यादातर यूगांडा और पेरू से हैं.
डिनकॉर्प
अमेरिका के वर्जिनिया स्थित डिन कॉर्प दुनिया की 9 ताकतवर प्राइवेट मिलिट्री में से एक है. ये भी इराक से अमेरिकी फौज के निकलने के बाद वहां तैनात है.
एरिन्स
एरिन्सः इराक के सबसे महत्वपूर्ण तेल कंपनियों, पोर्ट और उनके अधिकारियों को सुरक्षा देती है.