हमास ने इजरायल पर हमला बोल दिया है. शनिवार को हमास ने इजरायल पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे, जिसमें करीब 300 लोगों की मौत हो गई.
इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. इजरायली सेना भी करारा जवाब दे रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमास और इजरायल के बीच इतनी कट्टर दुश्मनी क्यों है.
हमास यानी Hamas का फुल फॉर्म हरकतुल मुकावमतुल इस्लामिया है. इसका मतलब इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन है.
कह सकते हैं कि हमास फिलिस्तीनी सुन्नी मुसलमानों का एक सशस्त्र संगठन है, जिसका इजरायल की पश्चिमी सीमा पर स्थित गाजा पट्टी पर कंट्रोल है.
जान लें कि हमास की स्थापना सन् 1987 में फिलिस्तानी इंतिफादा यानी फिलिस्तीनी बगावत के दौरान हुई थी. हमास के संस्थापक का नाम शेख अहमद यासीन था.
शेख अहमद यासीन ने मिस्र में रहकर इस्लाम की पढ़ाई की और बाद में मुस्लिम धर्मगुरु बन गए. बाद में उन्होंने मुस्लिम ब्रदरहुड के एक एक्टिविस्ट के रूप में काम करना शुरू किया.
यही वजह है कि शेख अहमद यासीन के संगठन हमास और मुस्लिम ब्रदरहुड की विचारधारा काफी मिलती-जुलती है, जिसकी स्थापना मिस्र में 1920 में हुई थी.
जान लें कि हमास का मकसद इजरायल का विनाश करना और फिलिस्तीन समेत पूरे इजरायल में इस्लामिक शासन स्थापित करना है.
इजरायल, अमेरिका, ईयू, कनाडा, जापान और मिस्र हमास को आतंकी संगठन घोषित कर चुके हैं. हालांकि, हमास को ईरान, लेबनान, सीरिया और हिजबुल्लाह का समर्थन प्राप्त है.