दुनियाभर में 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद बाल श्रम को रोकना था.
इस दिन को मनाने की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने की थी ताकि बाल श्रम को रोका जा सके.
इस दिन को हर साल एक नई थीम के साथ मनाया जाता है. हर साल इस दिन के लिए खास थीम तैयार की जाती है.
उस थीम के अनुसार, सरकारी व गैर सरकारी संगठनों को इस समस्या को खत्म करने के लिए प्रेरित किया जाता है.
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का एकमात्र मकसद था बच्चों से मजदूरी कराने की बजाय उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करना.
बता दें, बाल श्रम का मुख्य कारण गरीबी है. गरीबी के चलते ही बच्चों को पढ़ाई करने की उम्र में मजदूरी करनी पड़ती है.
लेकिन कई बच्चों को जबरदस्ती बाल श्रम के लिए मजबूर किया जाता है. इस अपराध को रोकने के लिए ही हर साल विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आज विश्व के अलग-अलग कई देशों में करीब 160 मिलियन बच्चे बाल श्रम कर रहे हैं.