अगर है रसौली तो मां बनने में आ सकती है परेशानी

Riya Bawa
Sep 12, 2024

आजकल की जीवनशैली के कारण महिलाओं में रसौली जैसी समस्या आम हो गई है.

गर्भाशय फाइब्रॉएड के कारण कई प्रकार के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे दर्द और योनि में भारी, अनियमित रक्तस्राव

बच्‍चेदानी में रसौली की वजह से गर्भाशय में भ्रूण के लिए जगह कम बचती है.

गर्भाशय में सिस्ट या गांठ होने का कई बार कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देता और केवल अल्ट्रासाउंड में ही दिखता है

रसौली के कारण पीरियड्स, पीठ दर्द, बार-बार पेशाब आना और शारीरिक संबध के दौरान दर्द हो सकता हैं

बिना ऑपरेशन के बच्चेदानी की रसौली को ऐसे कर सकते है ठीक

Amla

आवंला का सेवन फाइब्रॉयड में फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि आंवले में एंटी-फाइब्रोटिक प्रभाव होता है

Turmeric

हल्दी में करक्यूमिन नामक पॉलीफेनोल होता है यह रसौली को कम करने के लिए जाना जाता है

Giloy

रसौली के लिए गिलोय काफी फायदेमंद साबित होते है गिलोय हर तरह की बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित होता है

Disclaimer

इस आर्टिकल में बताए तरीक़ों व दावों की जी मीडिया न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें

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