10 अप्रैल को नवरात्री का दूसरा दिन है, इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी को ध्यान, ज्ञान और वैराग्या की देवी माना जाता है.
Raj Rani
Apr 09, 2024
मां ब्रह्मचारिणी हवन सामग्री
मां ब्रह्मचारिणी के हवन में सामग्री के साथ धूप, कपूर, लौंग, सूखे मेवा, मिश्री-मिष्ठान, देसी घी के साथ आहुति देकर पूजन किया जाता है.
कैसे पड़ा मां का नाम
मां ब्रह्मचारिणी का उद्भव ब्रह्मा जी के कमंडल से माना जाता है, इसीलिए इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा. मां ब्रह्मचारिणी सरल स्वभाव वाली और दुष्टों को मार्ग दिखाने वाली हैं. भगवती ब्रहमचारिणी के पूजन से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं.
कैसा है मां ब्रहमचारिणी का रूप
इनके दाहिने हाथ में जप की माला व बाएं हाथ में कमंडल है. साधक यदि भगवती के इस स्वरूप की आराधना करते हैं, तो उनमें तप करने की शक्ति, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य में वृद्धि होती है.
कहां है मंदिर
देवी का मंदिर वाराणसी के कर्णघंटा क्षेत्र के सप्तसागर मोहल्ले में है.
कौन सी मनोकामनाएं होती हैं पूरी
नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रहमचारिणी की पूजा करने से जातक को आदि और व्याधि रोगों से मुक्ति मिलती है.
मां का भोग और किस रंग के कपड़े पहनें
आज के दिन मां को सफेद चीज का भोग लगाना चाहिए और इस दिन गुलाबी या सफेद रंग के ही कपड़े पहनना शुभ माना जाता है.
इन राशियों के लिए खास
मां ब्रहमचारिणी का पूजन मिथुन और कन्या राशि के लिए विशेष फलदायी माना जाता है.