देवी चित्रलेखा को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रचारक और भगवान कृष्ण की भक्त के रूप में जाना जाता है. देवी चित्रलेखा के ये कुछ वचन आपकी जिंदगी बदल सकते हैं.
जीवन की वास्तविकता को समझना कठिन नहीं है. सत्य की खोज के लिए व्यक्ति को स्वयं का मूल्यांकन करना चाहिए जैसे वह दूसरों का करता है.
आशीर्वाद कभी किसी को नहीं छोड़ता, उसी प्रकार अभिशाप से भी कोई नहीं बचता. इसलिए, जो देगा उसे मिलेगा-चाहे सम्मान हो या धोखा.
मनुष्य अपना पूरा जीवन दूसरों की जरूरतों को पूरा करने में बिता देगा और फिर भी वे संतुष्ट नहीं होंगे. इसलिए, व्यक्ति को वही करना चाहिए जो ईश्वर को प्रसन्न करता है, अन्य लोगों को नहीं.
हर कोई तनावग्रस्त है क्योंकि उसे अपनी योग्यता से कम मिला है. हालांकि, जो उन्हें मिला है वह अन्य लोगों के पास नहीं है. इसलिए, जो आपके पास है उसकी कद्र करें.
जीवन की त्रासदियों से भागना सचमुच आसान है. यह सच है कि जिंदगी हर तरह से एक परीक्षा की तरह है. जो इस परीक्षा से डरता है उसे कुछ हासिल नहीं होगा. जो व्यक्ति अपनी चुनौती को पूरा कर लेता है, उसके चरणों में पूरी दुनिया होगी.
यदि ईश्वर आपकी सुन रहा है तो वह आपका विश्वास बढ़ा रहा है. यदि ईश्वर आपकी बात सुनने के लिए एक क्षण का समय लेता है, तो वह आपके धैर्य की परीक्षा ले रहा है.
सोने से पहले सारे गिले-शिकवे भूलकर सब को माफ कर दो, जागने से पहले तुम्हें भी सब के द्वारा माफ कर दिया जाएगा.
खुशी हर मिनट को प्रेम, दया और आभार के साथ जीने का आध्यात्मिक अनुभव है. आपकी शांति किसी भी अन्य चीज से अधिक मूल्यवान है.