सिरमौर की वो अनदेखी जगहें, जहां आप पूरी तरह से खो जाएंगे
Riya Bawa
Sep 18, 2023
About Sirmaur
जिला सिरमौर बाहरी हिमालय के शिवालिक पर्वतमाला में स्थित है. हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों की तरह, इसमें सुंदर परिदृश्य, अनुकूल जलवायु, बड़े और छोटे खेल और पौराणिक मंदिर हैं, जो पर्यटकों के लिए स्थायी आकर्षण हैं.
Legends of Sirmaur
सिरमौर राज्य के शुरुआती राजा, मदन सिंह थे. एक बार राजा ने एक महिला को रस्सी से गिरी नदी को पार करने को कहा और बदले में आधा राज्य देना का वादा किया, नदी पार कर जब महिला वापिस आ रही थी तो एक दरबारी ने रस्सी काट दी जिसके परिणाम नदी में एक भयानक बाढ़ आ गयी, जिसने शहर को तबाह कर दिया और राज्य बिना किसी शासक के रह गया.
Nahan
नाहन, वर्तमान में सिरमौर जिला मुख्यालय है. शहर के ठीक मध्य में एक प्राचीन महल है. महल के ठीक नीचे खूबसूरत रानीताल बाग है. शहर के विशेष आकर्षणों में विला राउंड, मिलिट्री राउंड और हॉस्पिटल राउंड हैं. पर्यटन की दृष्टि से सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ सुसज्जित विश्राम गृह और अन्य निजी आवास से युक्त इस शहर का अपना महत्व है.
Churdhar
सिरमौर का मनमोहक चूड़धार पर्वत 11965 फीट की ऊंचाई पर स्थित शिवालिक पर्वतमालाओं में है. ऐसा माना जाता है कि यह वही स्थान है जहां हनुमान ने जीवन प्रदान करने वाली संजीवनी बूटी की खोज की थी. यह दक्षिणी हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी है.
Dhiraina
WWE स्टार द ग्रेट खली का असली नाम दलीप सिंह राणा है और उनका जन्म 27 अगस्त 1972 को हिमाचल प्रदेश के धिरैना गांव में हुआ था. गांव धिरैना सिरमौर जिले के शिलाई-संगड़ाह मार्ग पर स्थित है और इस छोटे से गांव में केवल 24 परिवार रहते हैं.
Renuka Ji
रेणुका झील भारत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में नाहन से 37 किमी की दूरी पर स्थित है. झील का परिवेश पर्यटकों को ट्रैकिंग और पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान प्रदान करता है. हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा रेणुका झील के मैदान पर नौकायन और मछली पकड़ने की भी अनुमति है.
Paonta Sahib
गुरुद्वारा पांवटा साहिब, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में एक प्रसिद्ध गुरुद्वारा है. यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी की याद में बनाया गया था. गुरुद्वारे में शुद्ध सोने से बनी एक "पालकी" है.
Haripur Dhar
हरिपुर नाम हरिपुर धार नामक पर्वत पर लागू होता है. इस पर्वत श्रृंखला पर एक किला बनाया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य पड़ोसी जब्बल राज्य के साथ राज्य की सीमाओं की रक्षा करना था. इस स्थान तक पहुंचने का आसान रास्ता सोलन से राजगढ़ होते हुए है.