ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, हर किसी की कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों के योग से कुछ ना कुछ शुभ और अशुभ होता रहता है. .
Kaal Sarp Dosh:
ऐसे में अशुभ योगों में से एक काल सर्प दोष है. इस दोष को शापित माना गया है.
What is Kaal Sarp Dosh:
शास्त्र जानकारों के अनुसार, काल सर्प दोष के व्यक्ति को अशुभ प्रभाव से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
अगर किसी की जन्म कुंडली में राहु और केतु के बीच में ग्रह आ जाते हैं, तो इस दोष को ही कालसर्प दोष कहा जाता है.
राहु को सांप का मुख और केतु को सांप की पूंछ माना गया है. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है. उनकी कुंडली से राहु और केतु अच्छे चीजों को नष्ट कर देते हैं.
ऐसे में कालसर्प दोष की पूजा पूरे विधि विधान के साथ होना बेहद जरूरी है. जानिए कालसर्प दोष के कुछ उपाए.
व्यक्ति को रोजाना कुलदेवता की रोजाना प्रतिदिन आराधना करनी चाहिए.
महामृत्युंजय मंत्र का कम से कम 108 बार जप करना चाहिए.
इसके अलावा हनुमान चालीसा का रोजाना पाठ करना चाहिए.
व्यक्ति को अपने घर में मोरपंख रखने चाहिए.
Disclaimer: लेख में लिखी बातें सिर्फ मान्यताओं पर आधारित हैं. ज़ी न्यूज इसकी पुष्टी नहीं करता है.