महिलाओं के बाएं और पुरुषों के दाएं हाथ पर क्यों बांधा जाता है कलावा, जानें

Riya Bawa
Jun 06, 2024

कलावा

सनातन धर्म में शुभ कार्यों और पूजापाठ के अवसर पर कलावा बांधने की परंपरा है. कलावे का रंग लाल और पीला होता है.

कलावे का महत्त्व

शास्त्रों के अनुसार हाथ में कलावा बांधने से जीवन में आने वाले सभी संकट टल जाते हैं और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है.

धार्मिक मान्यता

हिंदू धर्म में बाएं और दाएं हाथ की अपनी-अपनी धार्मिक मान्यताएं हैं. महिलाओं के लिए बाएं और पुरुषों के लिए दाएं हाथ को शुभ माना जाता है.

बाएं और दाएं हाथ

बाएं हाथ को चंद्रमा और स्त्री ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है जबकि दाएं हाथ को सूर्य और पुरुष ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है.

पुरुषों के दाएं हाथ में कलावा

पुरुषों का मस्तिष्क सक्रिय होता है जो की दाहिनी ओर होता है. इसलिए पुरुषों के दाएं हाथ में कलावा बांधा जाता है.

स्त्रियों के बाएं हाथ में कलावा

स्त्रियों का ह्रदय सक्रिय होता है जो की बाएं ओर होता है. इसलिए स्त्रियों के बाएं हाथ में कलावा बांधा जाता है.

गर्भावस्था को प्रभावित

योगसूत्र के अनुसार दाएं हाथ की नाड़ी महिलाओं की गर्भावस्था को प्रभावित कर सकती है इसीलिए विवाहित महिलाओं के दाएं हाथ में कलावा नहीं बांधा जाता है.

आध्यात्मिक जुड़ाव

कलावा बांधने से व्यक्ति का अपने धार्मिक और आध्यात्मिक विश्वासों से जुड़ाव मजबूत होता है जिससे उसे मानसिक शांति मिलती है.

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. Zee PHH इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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