70's की वो एक्ट्रेस जिसकी खूबसूरती और एक्टिंग के थे लाखों दीवाने, देखें उनकी हिट फिल्में

Raj Rani
Sep 18, 2024

शबाना आजमी आज यानी 18 सितंबर 2024 को अपना 74वां जन्मदिन मना रही हैं. दिग्गज अभिनेता को 70 के दशक में समानांतर सिनेमा में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, वह उदार विचारधारा वाले कलाकारों के परिवार से ताल्लुक रखती हैं.

Ankur

अंकुर 1974 की भारतीय फिल्म है, जिसमें शबाना ने मुख्य भूमिका निभाई थी और इसमें ग्रामीण भारत में सामाजिक अन्याय, शोषण और मानवीय भावना को दर्शाया गया था, जिसने उनके करियर को परिभाषित किया.

Arth

महेश भट्ट की 1982 की फिल्म अर्थ मानवीय रिश्तों और आंतरिक उथल-पुथल को दर्शाती है, जिसमें शबाना ने कविता सान्याल का किरदार निभाया है, जो उनके लचीलेपन को दर्शाता है.

Sparsh

1980 में सई परांजपे द्वारा निर्देशित फिल्म स्पर्श, एक दृष्टिबाधित स्कूल में प्रेम, सहानुभूति और आत्म-खोज के विषयों को दर्शाती है. इसमें शबाना आजमी और नसीरुद्दीन शाह ने मुख्य भूमिका निभाई थी.

Masoom

मासूम में शबाना आजमी ने नसीरुद्दीन शाह के साथ डीके की दयालु और समझदार पत्नी इंदु का किरदार निभाया है. उनकी जिंदगी में तब नाटकीय बदलाव आता है जब डीके का नाजायज़ बेटा राहुल, जिसका किरदार जुगल हंसराज ने निभाया है, अचानक उनकी ज़िंदगी में आ जाता है।

Mandi

श्याम बेनेगल की 1983 की फिल्म मंडी वेश्यालय में रहने वाली महिलाओं के जीवन को दर्शाती है, तथा शबाना की भावनात्मक प्रतिध्वनि के साथ सामाजिक मुद्दों और महिला संप्रभुता पर प्रकाश डालती है.

Fire

दीपा मेहता द्वारा निर्देशित 1996 की शबाना की फिल्म आधुनिक शहरी भारत में आजमी और नंदिता दास के बीच अपारंपरिक संबंधों की खोज करके सामाजिक रूढ़ियों और पूर्वाग्रहों को चुनौती देती है.

Godmother

विनय शुक्ला द्वारा निर्देशित 1999 की फिल्म गॉडमदर में शबाना आजमी ने रम्भी की भूमिका निभाई है, जो एक ऐसी महिला है जो मुख्य रूप से पुरुष प्रधान आपराधिक माहौल में संघर्ष करती है.

Paar

शबाना आजमी और नसीरुद्दीन शाह ने गौतम घोष की 1984 की फिल्म पार में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने वंचित समुदायों की एक हृदय विदारक कहानी में अपने असाधारण अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया.

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