Parliament special session:

जानिए क्या होता संसद का विशेष सत्र, ये कब और क्यों बुलाया जाता है?

Riya Bawa
Sep 18, 2023

What is Parliament Special Session?

भारतीय संसद में एक विशेष सत्र वह अवधि होती है जब सांसदों का विधायिका निकाय अपने सामान्य विधायी सत्रों के अलावा सदन के कामकाज का संचालन करने के लिए एकत्र होता है. संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति आधिकारिक रूप में सत्र बुलाने पर निर्णय लेती है.

Constitutional Provision

संविधान में "विशेष सत्र" का कोई प्रत्यक्ष उल्लेख नहीं है, लेकिन आपातकालीन प्रावधानों के तहत अनुच्छेद 352 "सदन की विशेष बैठक" पर स्पर्श करता है. यह अनुच्छेद भारत के राष्ट्रपति को आवश्यक समझे जाने पर अनिश्चित काल के लिए संसद बुलाने का अधिकार देता है.

Sessions in a Year

भारत की संसद आमतौर पर वर्ष में तीन बार बुलाई जाती है, जिसमें वर्ष की शुरुआत में बजट सत्र, मध्य वर्ष के दौरान मानसून सत्र और वर्ष के अंत में शीतकालीन सत्र शामिल होता है.

History

18 से 22 सितंबर, 2023 तक चलने वाला यह विशेष सत्र मोदी सरकार द्वारा बुलाया गया तीसरा ऐसा सत्र है. आजादी के बाद से यह 12वां विशेष सत्र है. यह पुराने संसद भवन से नए भवन में बदलाव का प्रतीक होगा.

Parliament Special Session 2023

मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है. नवनिर्मित संसद भवन में विशेष सत्र के दूसरे दिन से सदन की कार्यवाही शुरू होगी. सत्र पुराने भवन से शुरू होगा और कार्यवाही 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के शुभ दिन पर नए संसद भवन में से चलेगी.

Flag hoisting:

17 सितंबर को नए संसद भवन के गज द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था. पहले औपचारिक ध्वाजारोहण समारोह में पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी सहित कई केंद्रीय मंत्री तथा अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद रहे थे लेकिन कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल नहीं हुए.

What on first day?

सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में संविधान सभा से लेकर संसदीय यात्रा तक चर्चा होगी. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सत्र के दौरान लगभग आठ विधायकों को विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है.

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