मंत्र जाप का पूरा लाभ पाने के लिए चुनें कौन सी माला? जाने यहां

मंत्र जाप

अक्सर लोग मंत्रो के जाप के लिए एक ही माला का प्रयोग करते है. लेकिन ज्योतिषों की माने तो हर देवी-देवता की आराधना के लिए अलग माला तय होती है, जिसके प्रयोग से भगवन जल्दी प्रसन्न होते हैं.

प्रार्थना करने के तरीके

प्रार्थना करने के कई तरीके होते हैं, जैसे शब्द, कीर्तन और मंत्र का जाप. इनमें से मन्त्र का जाप करना सबसे प्रभावशाली माना जाता है.

माला का महत्व

मंत्र जाप के लिए अलग-अलग माला का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि मंत्रो की शक्ति का पूरा लाभ मिल सके. आमतौर पर 108 मनकों वाली माला का ही प्रयोग किया जाता है.

माला के प्रयोग की सावधानियां

मंत्र जाप के समय माला ढकी हुई होनी चाहिए और माला पर तर्जनी अंगुली का स्पर्श नहीं होना चाहिए. जाप करने वाली माला किसी और की नहीं होनी चाहिए और उसे धारण भी नहीं करना चाहिए.

रुद्राक्ष की माला का महत्व

रुद्राक्ष की माला से किसी भी मात्र का जाप किया जा सकता है. लेकिन खासतौर पर शिव और उनके परिवार के मंत्र जाप के लिए इस माला का प्रोयग करना ज्यादा लाभकारी माना जाता है.

स्फटिक की माला का महत्व

इस माला को शांति और एकाग्रता का प्रतीक माना जाता है. मां सरस्वती और मां लक्ष्मी के मन्त्र जाप के लिए इस माला को उत्तम माना जाता है.

हल्दी की माला का महत्व

अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए हल्दी की माला का प्रोयग किया जाता है. मानयताओं के अनुसार बृहस्पति देव और मां बगलामुखी के मंत्र जाप के लिए इसे इस्तेमाल किया जाता है.

चंदन की माला का महत्व

चंदन की माला 'लाल चन्दन और श्वेत चन्दन' दो प्रकार की होती है. लाल चंदन का प्रयोग देवी के मंत्रो के लिए और श्वेत चंदन की माला का प्रोग भगवन कृष्ण के मंत्र जाप के लिए किया जाता है.

तुलसी की माला का महत्व

भगवान विष्णु और उनके विभिन्न अवतारों के मंत्र जाप के लिए तुलसी माला का प्रयोग किया जाता है. तुलसी की माला पर कभी भी देवी और शिव जी के मंत्रो का जाप नहीं करना चाहिए.

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