अस्थमा पर काबू पाने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

सांस से जुड़ी समस्या

अस्थमा सांस से जुड़ी एक समस्या है. सांस की नली सिकुड़ने से, मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है. अस्थमा एक जेनेटिक बीमारी है, इसलिए अगर परिवार में किसी को अस्थमा है तो टेस्ट करवाना बेहद जरूरी हो जाता है.

अस्थमा डे

दुनियाभर इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 7 मई को अस्थमा डे मनाया जाता है.

लाइफस्टाइल में करें बदलाव

आपको बता दें, लाइफस्टाइल में बदलाव कर, इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है. इस खबर में हम आपको ऐसे टिप्स बताएंगे, जिसे फोलो कर आप अस्थमा से बचाव कर सकते हैं.

धूम्रपान

अस्थमा में धूम्रपान करने से परहेज करना चाहिए. इतना ही नहीं धूम्रपान करने वाले लोगों से भी दूरी बनाए रखना चाहिए.

ठंड से बचना

अस्थमा में ठंड से बचाव करना बेहद जरूरी है. ज्यादा ठंड में खुद को पूरी तरह से ढक के रखने की सलाह दी जाती है. ठंडा खाने पीने से भी परहेज करना चाहिए.

धूल से बचना

अस्थमा जैसी बीमारी में धूल के आसपास आना भी खतरनाक हो सकता है. धूल से मरीज की स्थिति खराब हो सकती है.

जानवरों से दूरी

इस बीमारी से पालतू जानवरों से भी दूरी बनानी चाहिए. जानवरों के संपर्क में आना इस बीमारी में खतरनाक साबित हो सकता है.

परफ्यूम

इस बीमारी में परफ्यूम या किसी तरह के फ्रेगरेंस लगाना अवॉयड करना चाहिए. परफ्यून अस्थमा की समस्या को बढ़ा सकती है.

इंहेलर

अगर आप इस बीमारी से पीड़ित है, तो बेहद जरूरी है कि आप इंहेलर का इस्तेमाल करें. इंहेलर को हमेशा अपने पास रखें.

Disclaimer

इस वीडियो में बताई गई बातें समान्य जाकारी पर आधारित है. शरीर में समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.

VIEW ALL

Read Next Story