केरल के बीजेपी नेता सीके पदनाभन ने मुसलमानों पर बयान देकर हलचल पैदा कर दी है.
पदनाभन ने कहा कि मुसलमानों से नफरत से देश को फायदा नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय को किसी भी चीज़ से महरूम नहीं किया जाना चाहिए."
पदनाभन ने कहा कि मुसलमानों से नफरत करने से हमारा भला नहीं होगा. इससे किसी भी तरह से हमारे देश की तरक्की नहीं होगी न ही इससे लोगों के बीच भाईचारा फैलेगा.
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि मेरा हिंदुत्व स्वामी विवेकानन्द और (केरल के समाज सुधारक) श्री नारायण गुरु का हिंदुत्व है. मुझे किसी और की (हिंदुत्व) जरूरत नहीं है. हमारे देश की ताकत हमारी एकता है और इसकी सुंदरता हमारी बहुसंस्कृतिवाद है.
उनसे पूछा गया कि चुनावों से पहले सांप्रदायिक नफरत फैलाने की भाजपा की प्रवृत्ति के बारे में उनका क्या कहना है? इस पर पद्मनाभन ने सीधा जवाब देने से परहेज किया.
इसके बजाय, उन्होंने मुसलमानों के प्रति अपनी सोच के बारे में बताया. पदनाभन ने कहा कि जब 1969 में केरल की तत्कालीन वामपंथी सरकार ने मलप्पुरम को मुस्लिम बहुल जिला बनाया था, तो उन्होंने इसकी मुखालफत की थी.
पदनाभन ने कहा कि मेरे सैकड़ों युवा मुस्लिम दोस्त हैं. हम पूरी तरह से उन पर निर्भर रह सकते हैं और उन पर भरोसा कर सकते हैं. मुस्लिम नफरत से हमारे राज्य में भाईचारा ख़त्म करने के अलावा कोई फायदा नहीं होगा. मैं यह अच्छी तरह जानता हूं.
पदनाभन ने आगे कहा, मुसलमानों को शक की नजर से देखने की जरूरत कहां है? यह उत्तर भारत नहीं है. यहां हम मुसलमानों और ईसाइयों के बीच रहते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि हमारा केरल समाज रमज़ान, ओणम और क्रिसमस एक साथ मनाता है, और इन दिनों भोजन का आदान-प्रदान करते हैं. जो कोई भी इस खूबसूरत व्यवस्था को चोट पहुंचाने के लिए किसी भी विचारधारा को लाने की कोशिश करेगा वह नाकाम हो जाएगा."
पदनाभन ने कहा कि भगवा पारिस्थितिकी तंत्र मलप्पुरम को आतंकवाद और "लव जिहाद" जैसी चीजों से बदनाम कर रही है. 1998 से 2003 तक केरल बीजेपी के अध्यक्ष रहे पद्मनाभन को मोटे तौर पर एक उदारवादी लीडर के रूप में देखा जाता है.