दुनियाभर में हर साल 19 अप्रैल को "वर्ल्ड लीवर डे" मनाया जाता है.....
इस खास दिन को लोगों को फैटी लीवर रोगों के प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है.
भारत में हर पांच से एक आदमी फैटी लीवर से प्रभावित है.
फैटी लिवर होने का सबसे बड़ा कारण खराब जीवनशैली और शराब की लत की है.
डॉक्टरों ने बताया कि फैटी लीवर को कभी एक छोटी-मोटी परेशानी समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता था. लेकिन...
फैटी लिवर डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल से जुड़े मुद्दों और हृदय संबंधी बीमारियों समेत अंडरलाइंग हेल्थ जोखिमों के लिए एक पॉवरफुल संकेत बनकर उभरा है.
फैटी लिवर स्टीटोहेपेटाइटिस, सिरोसिस और यकृत (लिवर) कैंसर जैसी सीरियस कॉम्पलिकेशन की तरफ भी इशारा करती है.
फैटी लीवर से बचने के लिए लोगों को सब्जियां, दाल, प्रोटीन और जरूरत के मुताबकि वसा से भरपूर संतुलित आहार को खाना चाहिए.
अमोर हॉस्पिटल के डॉ. राजा प्रसाद ने बताया कि रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करने से लंबे वक्त तक फैटी लीवर के वृद्धि के जोखिम को कम किया जा सकता है.
खाने में घी, तले हुए खाद्य पदार्थों और मीठे व्यंजनों से परहेज कर फैटी लिवर जटिलताओं के जोखिम को कम करने में आसानी होगी.