सीएम नीतीश के आमंत्रण पर भूटान की टीम ने किया लाली पहाड़ी का दौरा
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सीएम नीतीश के आमंत्रण पर भूटान की टीम ने किया लाली पहाड़ी का दौरा

बिहार सरकार ने भी विशेष अभिरूचि दिखाते हुए लाली पहाड़ी को राजकीय स्मारक घोषित करने के साथ ही ब्रांड ऑफ बिहार में शामिल कर लिया है.

भूटान की टीम ने किया लखीसराय का दौरा.

लखीसराय : शुक्रवार को लाली पहाड़ी का भूटान की टीम ने अवलोकन किया. लखीसराय का लाली पहाड़ी सहित अन्य बौद्ध धर्मावलंबी स्थल भी पर्यटन के मानचित्र पर आएगा. लाली पहाड़ी के खुदाई में मिले बौद्धकालीन भग्नावेश और ननरी के साक्ष्य मिलने के बाद बौद्ध धर्मावलंबियो के बीच आकर्षण का केन्द्र बनना तय हो गया है.

बिहार सरकार ने भी विशेष अभिरूचि दिखाते हुए लाली पहाड़ी को राजकीय स्मारक घोषित करने के साथ ही ब्रांड ऑफ बिहार में शामिल कर लिया है. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश-विदेश के कई सभाओं में भी लाली पहाड़ी पर मिले बौद्धकालीन साक्ष्य की चर्चा कर अभिभूत होते हैं.

राजगीर में एक कांफ्रेंस के दौरान भूटान से आए बौद्ध धर्मालंबियो को सीएम ने लाली पहाड़ी और लखीसराय के बौद्ध स्थलों का दौरा करने का निमंत्रण दिया था. सीएम से निमंत्रण मिलने के बाद बौद्ध भिक्षुओं ने लखीसराय और लाली पहाड़ी आने का आश्वासन भी दिया था. 

सीएम के अनुरोध पर भूटान से बौद्ध भिक्षुओं की एक टीम ने लाली पहाड़ी, उरैन, बिछवे, घोषीकुण्डी सहित अन्य क्षेत्रों के बौद्धकालीन इतिहास का जानकारी प्राप्त करने के साथ ही अब तक मिले अवशेष का अवलोकन कर अध्ययन किया. भूटान के बौद्ध भिक्षुओं के लखीसराय पहुंचने की संभावना को लेकर इतिहासकार और बुद्धजीवी वर्ग भी काफी आशान्वित हैं. वे उम्मीद कर रहे हैं कि लखीसराय भी पर्यटन के मानचित्र पर अंकित होगा. बौद्ध भिक्षुओं के आने से गया, राजगीर के बाद लोग लखीसराय भी बौद्ध धर्मावलंबियो के केन्द्र के रूप स्थापित हो सकेगा.