मुजफ्फरपुर बालिका गृह में खुदाई शुरू, लड़की ने की जगह की पहचान
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मुजफ्फरपुर बालिका गृह में खुदाई शुरू, लड़की ने की जगह की पहचान

बालिका गृह परिसर में सिटी एसपी पीके मंडल, डीएसपी मुकुल रंजन, महिला थाना प्रभारी ज्योति कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद हैं. 

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में खुदाई जारी.

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह परिसर में खुदाई शुरू हो चुकी है. आशंका है कि एक लड़की की प्रतारणा के बाद उसकी मौत हो गई, जिसे परिसर में ही दफना दिया गया था. पीड़िता लड़की के बयान पर परिसर की खुदाई करवाई जा रही है. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से परिसर की खुदाई चल रही है.

बालिका गृह परिसर में सिटी एसपी पीके मंडल, डीएसपी मुकुल रंजन, महिला थाना प्रभारी ज्योति कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद हैं. कोर्ट के आदेश पर मजिस्ट्रेट की निगरानी में परिसर की खुदाई की जा रही है.

मुजफ्फरपुर के एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि इस मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जल्द ही सभी के खिलाफ चार्जशीट फाइल की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे मामले में किसी भी लड़की ने यह नहीं कहा कि उन्हें कभी हॉस्टल से बाहल ले जाया गया था.

खुदाई के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि खुदाई में अभी तक कुछ भी नहीं मिला है. बालिका गृह की खुदाई अभी भी जारी है. पुलिस स्वतंत्र रूप से मामले की जांच कर रही है.

खुदाई से पहले पीड़ित लड़कियों ने उस जगह की पहचान की, जहां लड़की के शव को गाड़ने की आशंका है. कोर्ट के आदेश पर पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है. इतना ही नहीं जांच में कई अन्य खुलासे हुए हैं. बताया जा रहा है कि 2103-2018 के बीच इसी बालिका गृह से छह लड़कियां गायब हुई थी.

सेल्टर होम की एक लड़की ने कोर्ट के सामने कहा कि एक लड़की को इतना प्रताड़ित किया गया कि उसकी जान चली गई थी, जिसके शव को परिसर में ही गाड़ दिया गया था.

इस मामले में पीएमसीएच ने 29 बच्चियों में से 21 बच्चियों के रिपोर्ट की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 8 बच्चियों की रोपोर्ट मंगलवार को आने वाली है. वहीं, इस बात का खुलासा भी हुआ है कि 2013 के बाद से छह बच्चियों का सुराग नहीं है.

आरजेडी ने की सीबीआई जांच की मांग
आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस मामले को आरजेडी विधानसभा में उठाएगी. उन्होंने आशंका जतया कि गायब छह बच्चियों को भी हत्या कर छुपा दिया गया है. साथ ही उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि लड़कियों को सप्लाई किया जाता होगा, जिसका विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी जाती होगी.

टाटा इंस्टिट्यूट ने किया था खुलासा
ज्ञात हो कि टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस की टीम कोशिश ने बालिकाओं के साथ यौन शोषण और हिंसा का खुलासा किया था. इस मामले में पॉस्को कोर्ट ने मजिस्ट्रेट की नियुक्ति का आदेश दिया था. साथ ही यौन शोषण की शिकार मृत बच्ची का शव खोजने का भी आदेश दिया घया था.