IRCTC टेंडर घोटाला : तेजस्वी-राबड़ी की पेशी आज, VC से अपना पक्ष रखेंगे लालू यादव
Advertisement

IRCTC टेंडर घोटाला : तेजस्वी-राबड़ी की पेशी आज, VC से अपना पक्ष रखेंगे लालू यादव

बीते पांच अक्टूबर को सुनवाई के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू यादव और उनके परिवार को बड़ी राहत मिली थी. 

पटियाला हाउस कोर्ट में होगी राबड़ी-तेजस्वी की पेशी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/पटना : आईआरसीटीसी टेंडर घोटाले के मामले में आज (सोमवार को) बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी होगी. राबड़ी देवी रविवार को ही दिल्ली पहुंच चुकी हैं. तेजस्वी पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं. दिल्ली रवाना होने के दौरान राबड़ी देवी ने सीसीटीवी कैमरे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम बिहार की जनता की निगरानी में हैं.

बीते पांच अक्टूबर को सुनवाई के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू यादव और उनके परिवार को बड़ी राहत मिली थी. कोर्ट ने राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और बाकी आरोपियों को नियमित जमानत दी थी. सुनवाई के दौरान सीबीआई ने कोर्ट में नियमित जमानत का विरोध करते हुए कहा कि नियमित जमानत देने से जांच प्रभावित हो सकता है.

खराब सेहत का हवाला देते हुए लालू यादव कोर्ट में पेश नहीं हो सके थे, इसलिए कोर्ट ने 19 नवंबर की तारीख तय की थी. लालू यादव रांची जेल में बंद हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी होगी.

fallback

ज्ञात हो कि आईआरसीटीसी होटल आवंटन मामले में सीबीआई के बाद ईडी ने पटियाला हाउस कोर्ट में लालू एंड फेमली के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में ईडी ने कई अहम सबूत की बात कही थी. चार्जशीट में ईडी ने लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री प्रेमचंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी सरला गुप्ता और तत्कालीन एमडी बीके अग्रवाल के अलावा अन्य लोगों को आरोपी बनाया था.

क्या है पूरा मामला? 
यह मामला इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) द्वारा रांची और पुरी में चलाए जाने वाले दो होटलों की देखरेख का काम सुजाता होटल्स नाम की कंपनी को देने से जुड़ा है. विनय और विजय कोचर इस कंपनी के मालिक हैं. इसके बदले में कथित तौर पर लालू को पटना में बेनामी संपत्ति के रूप में तीन एकड़ जमीन मिली. एफआईआर में कहा गया था कि लालू ने निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया. इसके बदले में उन्हें एक बेनामी कंपनी डिलाइट मार्केटिंग की ओर से बेशकीमती जमीन मिली. सुजाता होटल को ठेका मिलने के बाद 2010 और 2014 के बीच डिलाइट मार्केटिंग कंपनी का मालिकाना हक सरला गुप्ता से राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के पास आ गया. हालांकि इस दौरान लालू रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके थे.