झारखंड में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान हो चुका है अब सभी को इसके परिणाम का इंतजार है. पहली बार दलगत आधार पर हुए नगर निकाय चुनाव में सभी पर्टियों में परिणाम के लिए उत्सुक्ता है. वहीं, राजनीतिक पार्टियां विधानसभा उपचुनाव के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी है.
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रांचीः झारखंड में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान हो चुका है अब सभी को इसके परिणाम का इंतजार है. पहली बार दलगत आधार पर हुए नगर निकाय चुनाव में सभी पर्टियों में परिणाम के लिए उत्सुक्ता है. वहीं, राजनीतिक पार्टियां विधानसभा उपचुनाव के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी है. सिल्ली और गोमिया सीट पर होनेवाले उपचुनाव को लेकर सरगरमी तेज हो गई है. राजनीतिक पार्टियां दोनों सीट को जीतने के लिए कवायद शुरु कर दी है. वहीं, सिल्ली सिट पर गहरा सस्पेंस दिख रहा है. इस सीट पर किस पार्टी की जीत होगी यह कहना तो मुश्किल है लेकिन जीत दर्ज करने के लिए टिकट पर विचार सभी पार्टियों में शुरु हो चुकी है. सिल्ली आजसू का गढ़ माना जाता है. माना जा रहा है कि आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो की पत्नी को यहां से टिकट दिया जा सकता है. वहीं जेएमएम से अमित महतो की पत्नी को टिकट देने के संकेत मिल रहे हैं.
उपचुनाव में सिल्ली सीट काफी सुर्खियों में है. दरअसल इस सीट पर आजसू के सुदेश कुमार महतो जीतते आ रहे थे. लेकिन पिछली बार जेएमएम नेता अमित महतो ने उनसे इस सीट को छीन लिया. इस हार को सुदेश महतो पचा नहीं पा रहे है. इसलिए सिल्ली सीट आजसू के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
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हालांकि अमित महतो को दो साल की सजा होने के बाद उनकी विधायकी छीन गई है. और इस सीट पर अब उपचुनाव होना है. जेएमएम भी इस सीट को फिर से जीतना चाहता है. इसलिए ऐसे संकेत मिल रही है कि पार्टी यहां से अमित महतो की पत्नी को टिकट दे सकती है.
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अगर ऐसा हुआ तो सिल्ली सीट पर दो बड़े नेताओं की पत्नियों के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है. हालांकि इस बारे में किसी तरह की पुष्टि नहीं हुई है और न ही कोई नेता इस बारे में कुछ कहना चाहते हैं. वहीं आजसू की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि बीजेपी इस सीट पर अपनी उम्मीदवार खड़ा करने को तैयार है. बीजेपी का मानना है कि वह सिल्ली में मजबूत स्थिती में है. अब इस उपचुनाव में झारखंड की राजनीति में अलग मोड़ देखने को मिल सकता है.