झारखंडः पाकुड़ न्यायालय परिसर के मालखाने में विस्फोट, पुलिस कर रही है जांच
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झारखंडः पाकुड़ न्यायालय परिसर के मालखाने में विस्फोट, पुलिस कर रही है जांच

झारखंड स्थित पाकुड़ व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को विस्फोट से सनसनी फैल गई. 

पाकुड़ कोर्ट परिसर के मालखाने में विस्फोट हुआ है.

पाकुड़ः झारखंड स्थित पाकुड़ व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को विस्फोट से सनसनी फैल गई. विस्फोट के बाद परिसर के अंदर अफर-तफरी मच गई. घटना के बाद न्यायालय और आसपास के इलाके में सुरक्षा हाई अर्ल्ट कर दी गई है. वहीं, पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है.

दरअसल, पाकुड़ व्यवहार न्यायालय परिसर में उस समय अफरा तफरी मच गई. जब एक जोरदार धमाके का आवाज हुआ. धमाके के बाद कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई. वहां मौजुद लोग इधर-उधर भागने लगे. वहीं, विस्फोट की सुचना तुरंत एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल को दिया गया. एसपी ने एसडीपीओ सहित दल बल के साथ व्यवहार न्यायालय परिसर पहुच गई.

हालांकि जब विस्फोट होने की स्थान को तलाशी ली गई तो व्यवहार न्यायालय के मलखाना में विस्फोट होने की बात सामने आई. वहीं, पुलिस मलखाना पहुंचकर देखा तो वहां कोई तरल पदार्थ बहता हुआ नजर आया और समान बिखरे पड़े थे. मलखाना के खिड़की का शीशा भी टुटा फुटा हुआ था. 

एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि मलखाना के अंदर कई जार में कुछ तरल पदार्थ रखा हुआ था. उसी जार में से एक ब्लास्ट कर गई है. रजिस्टर के मुताबिक 1981 कई जार में तरल पदार्थ लाकर रखा गया है. अब जार में रखे तरल पदार्थ की जांच करवाई जा रही है.

पुलिस ने कहा कि जांच टीम को बुलाया गया है जांच के बाद पता चल पायेगा को कौन सा पदार्थ था जो विस्फोट हुआ है. बताया जाता है कि विस्फोट न्यायालय के तीसरी मंजील पर हुआ है. वहीं उसके ऊपक कोई छत नहीं बना हुआ है. ऐसा माना जा रहा है कि कमरा गर्म होने से वहां रखा कोई विस्फोटक धमाके के साथ फट गया.

वहीं, अधिवक्ताओं का मानना है कि देशी बम को पुलिस पानी में डालकर डिफ्यूज कर देती है और कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कोर्ट परिसर के मलखाने में रखा जाता है. कालान्तर में देशी बम का पानी सुखता गया और फिर से देशी बम के अंदर मौजुद बारुद सक्रिय हो गया और हल्की गर्मी के कारण विस्फोट हो गया.

हालांकि अधिवक्ता जांच की मांग कर रहे हैं. अधिवक्ताओं ने सुरक्षा को लेकर मलखाना की जांच बीच-बीच में करने की मांग की है. जिससे कि रखे गए विस्फोटक की वर्तमान स्थिति को जाना जा सके और कोई अप्रिय घटना न हो सके.