Trending Photos
लातेहार (झारखंड): विरोध के प्रतीक के रूप में लातेहार के मणिका प्रखंड के मनरेगा मजदूरों ने काम के बदले मिलने वाली राशि में पांच रूपये की ‘मामूली’ बढ़ोतरी को अलग-अलग लिफाफे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मई दिवस पर वापस कर दिया है।
ग्राम स्वराज मजदूर संघ से जुड़े कामगारों ने रूपयों के साथ भेजे गए एक पत्र में ‘मामूली’ बढ़ोतरी पर ‘चिंता व्यक्त’ की है और कहा है कि उन्हें लगता है कि केन्द्र सरकार के पास ‘धन की कमी’ है, अन्यथा मजदूरी झारखंड में न्यूनतम दैनिक पारिश्रमिक 212 रूपये से निश्चित रूप से अधिक होती। केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित मनरेगा के तहत झारखंड में न्यूनतम पारिश्रमिक 162 रूपये है और इसमें बढ़ोतरी के बाद यह 167 रूपये हो गया है।
पत्र में कहा गया है, ‘.. लेकिन हम भाग्यशाली हैं कि 17 अन्य राज्यों में की गई बढ़ोतरी पांच रूपये से भी कम है। ऐसा प्रतीत होता है कि ओड़िशा में मजदूर समृद्ध हो गये हैं क्योंकि उनकी मजदूरी में कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी है।’ महिलाओं सहित प्रभावित मजदूरों ने पत्र में आगे कहा है कि उन्हें लगता है कि उनकी तुलना में केन्द्र को धन की ज्यादा जरूरत है क्योंकि केन्द्र सरकार का खर्च अधिक है।
पत्र प्रेषक के रूप में ‘मजूदर’ शब्द रूपी हस्ताक्षर से समाप्त होता है । इसमें कहा गया है, ‘इन सभी कारकों पर विचार कर संगठन में हम मनरेगा मजदूरों ने इस उम्मीद के साथ आपको पांच रूपये की बढ़ोतरी को वापस करने का निर्णय लिया है कि आप कंपनियों, मित्रों और कर्मचारियों को खुशहाल बना सकते हैं।’ प्रदर्शनकारियों द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मनरेगा मजदूरों ने ‘ग्राम स्वराज मजदूर संघ’ के बैनर तले कल मजदूर दिवस मनाने के लिए रैली निकाली और बैठक की ।