Pakur: सिविल सर्जन रामदेव पासवान ने किया आवासीय विद्यालय का निरीक्षण, सफाई के दिए निर्देश
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Pakur: सिविल सर्जन रामदेव पासवान ने किया आवासीय विद्यालय का निरीक्षण, सफाई के दिए निर्देश

झारखंड के पाकुड़ में ईसीआई मिशन आवासीय विद्यालय लब्दाघाटी के दो बच्चों की गुरूवार को मौत का मामला सामने आया था. इस पूरे मामले की जानकारी के बाद सिविल सर्जन डॉक्टर रामदेव पासवान विद्यालय पहुंच कर निरीक्षण किया.

(फाइल फोटो)

Pakur: झारखंड के पाकुड़ में ईसीआई मिशन आवासीय विद्यालय लब्दाघाटी के दो बच्चों की गुरूवार को मौत का मामला सामने आया था. इस पूरे मामले की जानकारी के बाद सिविल सर्जन डॉक्टर रामदेव पासवान विद्यालय पहुंच कर निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने कुंजबोना व डहरलनगी मिशन स्कूल का भी निरीक्षण कर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. स्कूल प्रबंधन को देख स्टाफ को व्यवस्था में सुधार करने को कहा. 

संदिग्ध रूप से हुई थी दो बच्चों की मौत
दरअसल बीते गुरुवार को लब्दाघाटी मिशन स्कूल के दो बच्चे की संदिग्ध अवस्था मे मौत हो गई थी. जानकारी के मुताबिक बच्चे को स्कूल के दौरान पेट और सर में बहुत तेज दर्द होने लगा था. जिसके बाद उसे रिंची अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर होने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया था. हालांकि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. इसी में सिमलोंग की जोरडीहा पंचायत के अमरभीटा निवासी वामेश्वर मालतो का आठ वर्षीय धर्मेंद्र मालतो बुधवार की रात से ही बुखार से परेशान था. गुरुवार को बच्चों को चंडीकोला मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान गुरुवार की दोपहर उसकी भी मौत हो गई. परिजनों की मानें, तो दोनों बच्चे की मौत विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से हुई है. 

पानी की टक्की की नहीं होती सफाई
इसके बाद स्वास्थ विभाग के सिविल सर्जन मामले की जानकारी लेने विद्यालय पहुँचे. सिविल सर्जन ने कहा दोनों बच्चों की मौत के कारणों का पता नही चल पाया है. लब्दाघाटी मिशन स्कूल की व्यवस्था देखकर सिविल सर्जन दंग रह गए. सिविल सर्जन ने प्रबन्धक बर्नवास हांसदा से पूछा कि विद्यालय में नामांकित 182 बच्चे के लिए एक भी बेड की व्यवस्था क्यों नही है. सभी बच्चे को बंद कमरे में फर्स पर दरी बिछा कर सुलाया जाता है. वहीं, पानी की टक्की की 365 दिन में कितनी बार सफाई की गई है.  उसका मेंटेनेंस रजिस्टर दिखाने को कहा. सिविल सर्जन को इस संबंध में रजिस्टर नहीं दिखाया गया और न ही कोई जबाब दिया गया. साल भर में एक बार भी पानी की टक्की की सफाई नहीं की गई है. 

रसोई घर में फैली हुई गंदगी
इसके अलावा रसोई घर में और बर्तनों में काफी गंदगी दोखने को मिली. जिस देख सिविल सर्जन काफी नाराज दिखे. भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए मांगे गए सेंपल भी विद्यालय द्वारा नहीं दिए गए. स्कूल में चारो तरफ गंदगी थी. यहां तक की बाथरूम भी गंदे पड़े थे. सिविल सर्जन ने विद्यालय की सारी व्यवस्था को दुरुस्त करने के आदेश दिए. उन्होंने कहा कि आवासीय विद्यालय की स्थिति बेहद खराब है. 

सफाई के दिए निर्देश
इसके अलावा सिविल सर्जन कुंजबोना व डाहरलंगी मिशन स्कूल का भी व्यवस्था देखने पहुचे. लब्दाघाटी मिशन स्कूल की भांति ही दोनों स्कूल की व्यवस्था खराब थी.  न शौचालय साफ था और न ही भोजनालय के बर्तन. बच्चे को जैसे तैसे शिक्षा देने के नाम पर रखा गया. सिविल सर्जन ने दोनों ही स्कूल के प्रबन्धक व सारे स्टाफ को सारी व्यवस्था एक सप्ताह के अंदर दुरुस्त करने की हिदायत दी. साथ ही सिविल सर्जन ने विद्यालय प्रबन्धक को शिक्षा के साथ स्वास्थ सम्बन्धी क्लास लेने के निर्देश दिए. मौके पर उपस्थित अभिभावक व शिक्षकों को कहा आम लोगों के लिए स्वच्छ व स्वस्थ रहने के लिए सरकार आयुष्मान भारत, मुख्यमंत्री स्वास्थ योजना के अलावे कई सुविधा दी है. 

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